राहुल की मंदिर यात्रा कोई सांप्रदायिकता नहीं : अय्यर
राहुल की मंदिर यात्रा कोई सांप्रदायिकता नहीं : अय्यर
बेंगलूरु। कांग्रेस से निलंबित किए जा चुके नेता मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर दौरों को ’’सांप्रदायिकता’’ बताए जाने पर सोमवार को भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनका पूरा परिवार शिवभक्त है। उनकी आस्था को सांप्रदायिकता का नाम देना गलत है। उन्होंने कहा, ’’अगर राहुल गांधी खुद को और अपने पूरे परिवार को शिवभक्त मानते हैं तो इसमें गलत क्या है? क्या इसे सांप्रदायिकता कहा जा सकता है? जो पार्टी सांप्रदायिकता फैला रही है, वह भगवा पार्टी (भाजपा) है।’’ गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार कार्य के दौरान राहुल गांधी अपनी मंदिर यात्राओं के लिए अक्सर भाजपा के निशाने पर रहे थे। इसके बारे में अय्यर पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। गौरतलब है कि गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी के बार-बार वहां के विभिन्न मंदिरों का दौरा करने पर भाजपा ने उसे चुनावी भक्ति करार दिया था। इसके उत्तर में राहुल गांधी ने कहा था, ’’मेरी दादी (स्व. इंदिरा गांधी) और मेरा पूरा परिवार शिवभक्त है, लेकिन हम इसे अपना निजी मामला मानते हैं। हमें इसके बारे में किसी से प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है।’’ अय्यर ने याद किया कि वह खुद भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ कई मंदिरों में जा चुके हैं। उन्होंने कहा, ’’मैं अपने मित्र राजीव गांधी के साथ कई मंदिरों के दौरे पर जा चुका हूं क्योंकि मैं ईश्वर पर विश्वास करता हूं्। मैंने अपनी आस्था दूसरों पर थोंपने की कभी कोशिश नहीं की।’’ इसके साथ ही अय्यर से जो़डा, ’’अगर राहुल भी मंदिरों में ईश्वर के दर्शन करते हैं या जनेऊ पहनते हैं तो उन्हें ऐसा करने का पूरा अधिकार है।’’ पार्टी से अपने निलंबन की समाप्ति के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में अय्यर ने कहा, ’’मेरा निलंबन अब कभी भी समाप्त हो सकता है। हो सकता है कि निलंबन का आदेश अगले छह घंटों में वापस ले लिया जाए या फिर छह वर्ष बाद लेकिन जैसे ही निलंबन वापस होगा, मैं दोबारा कांग्रेसी बन जाउंगा।’’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ’’नीच’’ शब्द का प्रयोग करने के बाद मणिशंकर अय्यर को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था।