बाढ़ पीड़ितों को युद्ध स्तर पर राहत और सहायता प्रदान की जाए : योगी
बाढ़ पीड़ितों को युद्ध स्तर पर राहत और सहायता प्रदान की जाए : योगी
फैजाबाद/बस्ती। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बा़ढ पीि़डतों को राहत एवं सहायता कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और ऐसा करने वालों के खिलाफ क़डी कार्रवाई की जाएगी। योगी ने गुरुवार को फैजाबाद और बस्ती जिले के बा़ढ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बा़ढ पीि़डतों को राहत और सहायता प्रदान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बा़ढ पीि़डतों के राहत और सहायता के लिए धन की कमी आ़डे नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि बा़ढ प्रभावित लोगों को गांव-गांव और घर-घर जाकर राहत और सहायता प्रदान की जाए, कोई भी व्यक्ति भूखा न रहने पाए। उन्होंने कहा कि बा़ढ दैवी आपदा है इसे रोका तो नहीं जा सकता लेकिन सतर्क रह कर इससे बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बा़ढ की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के लिए योजना बनाने पर विचार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बा़ढ से २५ जिले प्रभावित हैं। सभी जिलों में राहत और सहायता कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिस तीव्रता से बा़ढ आई उसी तीव्रता से राहत और सहायता की जा रही है। प्रभावित लोगों को राहत और सहायता के लिए धन उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने बा़ढ प्रभावित क्षेत्रों में मनुष्यों तथा पशुओं के चिकित्सा की समुचित व्यवस्था किए जाने के साथ पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बा़ढ प्रभावितों के प्रति प्रशासनिक अधिकारियों को क़डे निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी बा़ढ प्रभावित व्यक्ति किसी भी दशा में भूखा नहीं रहना चाहिए। राहत एवं बचाव के काम में किसी भी दशा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बा़ढ पीि़डतों को हर सम्भव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार युद्ध स्तर पर राहत और सहायता कार्य में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि बा़ढ प्रभावित परिवारों को खाद्यान्न राहत सामग्री का वितरण बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक परिवारों को उपलब्ध कराया जाय। जिन लोगों का मकान गिर गया है या बा़ढ में बह गया है उन्हें अविलम्ब सहायता प्रदान की जाए। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में पानी उबाल कर पीने की सलाह दी जाए। इस कार्य में आंगनबा़डी और आशा कार्यकत्री ग्रामीणों का सहयोग करें।