दिनाकरण ने आहूत पार्टी महापरिषद की बैठक को बताया अवैध
दिनाकरण ने आहूत पार्टी महापरिषद की बैठक को बताया अवैध
चेन्नई। अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से दरकिनार किए जा चुके और अपने प्रभाव को दिखाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों में फेरबदल कर रहे टीटीवी दिनाकरण ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम द्वारा आगामी १२ सितम्बर को आहूत पार्टी की कार्यकारिणी समिति और पार्टी की महासभा की बैठक को अवैध करार दिया है और चेतावनी दी है कि जो लोग इस बैठक को बुलाएंगे और जो लोग इस बैठक में शामिल होंगे वह उन लोगों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे।दिनाकरण ने एक बयान जारी कर कहा है कि पार्टी के नियम २०(६) के अनुसार अगर पार्टी के एक चौथाई से अधिक सदस्य धारा १९(७) के तहत लिखित तौर पर इस प्रकार की बैठक बुलाने का अनुरोध करेंगे सिर्फ उसी स्थिति में केवल महासचिव द्वारा यह बैठक बुलाई जा सकती है।दिनाकरण के अनुसार पिछले वर्ष दिसंबर महीने में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद पार्टी की अंतरिम महासचिव नियुक्त की गई और फिलहाल आय से अधिक संपत्ति मामले में बेंगलूरु की परपन्ना अग्रहारम जेल में बंद वीके शशिकला को ही इस प्रकार की बैठक बुलाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि पार्टी नियमों के अनुसार केवल शशिकला द्वारा बुलाई गई इस प्रकार की बैठक ही कानूनी रुप से मान्य होगी। दिनाकरण ने कहा कि पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम द्वारा पार्टी की महासचिव को पार्टी से बाहर निकालने के लिए बुलाई गई बैठक अवैध है। उन्होंने कहा कि यह बैठक एक षडयंत्र के तहत अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं में भ्रम पैदा करने के उद्देश्य से बुलाई गई है।दिनाकरण ने कहा कि पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी द्वारा बुलाई गई पार्टी की कार्यकारिणी समिति और महापरिषद की बैठक का अन्नाद्रमुक से कोई लेना देना नहीं है। ज्ञातव्य है कि २१ अगस्त को पन्नीरसेल्वम और पलानस्वामी ध़डे का विलय होने के बाद पार्टी को संचालित करने के लिए एक संयोजन समिति का गठन किया गया था और पन्नीरसेल्वम इस कमेटी के संयोजक तथा पलानीस्वामी संयुक्त संयोजक हैं। इसी कमेटी के संयोजक और संयुक्त संयोजक होने के नाते पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी ने यह बैठक बुलाई है। दिनाकरण ने पार्टी के कैडरों से कहा है कि वह १२ सितम्बर को होने वाली इस बैठक में हिस्सा नहीं लें। उन्होंने कहा है कि जो भी कैडर उनके आदेश का उल्लंघन कर इस बैठक में हिस्सा लेगा उसके खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।दिनाकरण के अनुसार पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम द्वारा पार्टी की महासचिव को पार्टी से बाहर निकालने के लिए बुलाई गई बैठक अवैध है और यह बैठक एक षडयंत्र के तहत अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं में भ्रम पैदा करने के उद्देश्य से बुलाई गई है।