दिल्ली हिंसा: पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 106 लोग गिरफ्तार, 18 एफआईआर दर्ज

दिल्ली हिंसा: पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 106 लोग गिरफ्तार, 18 एफआईआर दर्ज

सांकेतिक चित्र

नई दिल्ली/भाषा। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए 106 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मंदीप सिंह रंधावा ने संवाददाताओं को बताया, ‘बुधवार को कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई और उत्तर-पूर्वी दिल्ली से आने वाली पीसीआर कॉल भी कम हो गई है।’

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पुलिस ने मुश्किलों में फंसे लोगों को संपर्क करने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर- 011-22829334, 22829335 जारी किए हैं।

डोभाल के दौरे से लोगों में शांति बहाली की उम्मीद
हिंसा के बाद पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दौरे के बाद विजय पार्क और यमुना विहार इलाके के लोगों में शांति बहाली की उम्मीद जगी है। रात में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल पहुंचने और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के क्षेत्र का दौरा करने के बाद हालात में काफी सुधार आया और बुधवार को हिंसा की किसी तरह की खबर नहीं मिली। इसके बाद बुधवार शाम को डोभाल के फिर से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद लोगों में एक भरोसा जगा है।

यमुना विहार के सी 12 ब्लॉक में रहने वाले मोहम्मद जाकिर ने कहा, ‘पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों के आने और अजीत डोभाल के दौरे के बाद हम लोगों को भरोसा है कि इलाके में शांति लौटेगी और हिंसा फिर नहीं होगी।’ उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान भी कॉलोनी में हिंदू-मुस्लिम मिलकर दंगाइयों का मुकाबला करने के लिए कंधे से कंधा मिला कर साथ खड़े थे। हम सब मिलकर रात में पहरा दे रहे थे और किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं होने दी।

विजय पार्क की गली नंबर 17 में रहने वाले राकेश जैन ने बताया कि हम लोग यहां हमेशा से साथ रहते आए हैं लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ। मौहल्ला तो हमारा परिवार है। मुस्लिम समुदाय के लोग हमारे भाई हैं। आधी रात को भी जरूरत पड़ती है तो दोनों समुदायों के लिए एक-दूसरे की मदद को हाजिर रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम यहां प्यार-मुहब्बत से रहते आए हैं और आगे भी रहेंगे। दंगाई इलाके के रहने वाले नहीं है, वे बाहर से आ रहे हैं और हम सब मिलकर उन्हें कॉलोनी में घुसने से रोक रहे हैं।

इसी इलाके में रहने वाले सुहैल मंसूरी ने कहा कि इस इलाके में वह 20 साल से रह रहे हैं। यहां आज तक सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई थी। यह पहली बार है, जब इस तरह से हिंसा हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र की न किसी मस्जिद को आंच आई है और न ही किसी मंदिर को। दोनों धर्मों के धार्मिक स्थल बिल्कुल सुरक्षित हैं। मंसूरी ने कहा, मेरे मुस्लिम से ज्यादा हिंदू दोस्त हैं। हम सब साथ रहते हैं।

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