तेजस्वी को बर्खास्त करें नीतीश : सुशील
तेजस्वी को बर्खास्त करें नीतीश : सुशील
पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्हें अविलंब बर्खास्त करने की मांग की है। मोदी ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद अध्यक्ष से जु़डे कई ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी की जानकारी उन्हें पहले मीडिया से मिली और इसके बाद ब्यूरो की प्रेस वार्ता से। नौ वर्ष पूर्व १२ अगस्त २००८ को जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने पहली बार इस मामले को उजागर किया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जद-यू के नेताओं ने ज्ञापन के साथ छह सौ पृष्ठों का एक दस्तावेज भी सौंपा था। भाजपा नेता ने कहा कि २५ फरवरी २००५ को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने हर्ष कोचर को रेलवे के रांची और पुरी स्थित दो होटलों के बदले पटना के सगुना मो़ड के निकट २०० करो़ड रुपए की दो एक़ड से ज्यादा बेनामी जमीन गैर कानूनी तरीके से राजद के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम रजिस्ट्री करवा ली। उन्होंने कहा कि इस कम्पनी में वर्ष २०१४ में तेज प्रताप और तेजस्वी के साथ ही राब़डी देवी को निदेशक बनाया गया। मोदी ने कहा कि १२ नवंबर २०१६ को डिलाइट कंपनी का नाम बदलकर लालू-राब़डी के नाम पर लारा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया। नाम बदलने के साथ ही कम्पनी के उद्देश्य में भी बदलाव किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह से लारा प्रोजेक्ट्स के माध्यम से डिलाइट कंपनी सहित उसकों हस्तांतरित की गई २०० करो़ड रुपए की जमीन पर लालू परिवार का कब्जा हो गया। उन्होंने कहा कि करो़डों रुपए की जमीन मात्र चार लाख रुपए में ही लिखवा ली गई। भाजपा नेता ने कहा कि डिलाइट कम्पनी पहले आयात-निर्यात का काम करती थी लेकिन पटना में जब यह कंपनी कोई कारोबार नहीं कर रही थी और उसके पास कोई कर्मचारी नहीं था तो फिर उसे इतनी कीमती जमीन रखने का क्या औचित्य था? वर्ष २०१६ में इस कम्पनी का उद्देश्य बदल दिया गया और इसमें निर्माण कार्यों को शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि इसी जमीन पर अवैध तरीके से बिहार का सबसे ब़डा मॉल बनाया जा रहा है। बिहार सरकार ने पटना उच्च न्यायालय में स्वीकार किया है कि इस जमीन पर अवैध निर्माण कराया जा रहा था जिस पर रोक लगा दी गई है। मोदी ने कहा कि उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उम्मीद है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर ब्यूरो की ओर से प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद वह चुप नहीं रहेंगे और कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि २७ वर्ष की उम्र में करो़डों रुपए का मालिक बनने वाले उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव या तो तत्काल इस्तीफा दें नहीं तो मुख्यमंत्री कुमार उन्हें बर्खास्त करें। इसी तरह राजद अध्यक्ष के ब़डे मंत्री पुत्र तेज प्रताप यादव की सम्पत्ति को भी आयकर विभाग ने जब्त किया है इसलिए उनपर भी मुख्यमंत्री कुमार को कार्रवाई करनी चाहिए।