हमारी प्राथमिकता टिड्डियों को भगाना, ‘फिसड्डियों’ को नहीं: नकवी
हमारी प्राथमिकता टिड्डियों को भगाना, ‘फिसड्डियों’ को नहीं: नकवी
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कोरोना के प्रकोप के बीच देश के कई राज्यों में टिड्डियों ने तांडव मचा रखा है। इससे फसलों और पेड़-पौधों को नुकसान होने की आशंका है। वहीं, दोनों ही मुद्दों पर राजनीति भी खूब हो रही है। कोरोना से उपजे हालात को लेकर जहां कांग्रेस सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने का कोई मौका चूकना नहीं चाहती, दूसरी ओर भाजपा नेता भी इस पर पलटवार कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता टिड्डियों को भगाना है, न कि हारे हुए फिसड्डियों को। बता दें कि मोदी सरकार 2.0 का एक साल संपन्न हो गया, पिछले साल 23 मई को लोकसभा चुनाव मतगणना में कांग्रेस की करारी हार हुई थी।समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान नकवी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत कर लोगों की जान बचाना है। साथ ही टिड्डियों का प्रसार रोकना है। इसी दौरान उन्होंने बयान दिया कि हमारी प्राथमिकता देश में बढ़ रही टिड्डियों को भगाना है, न कि हारे हुए फिसड्डियों को।
बता दें कि राजस्थान में टिड्डियों का व्यापक असर सामने आया है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से सरहद पार कर आईं ये टिड्डियां कई खेतों की फसलें चट कर गईं। टिड्डियों के झुंड राजधानी जयपुर के कई इलाकों में देखे गए। इससे किसानों को चिंता हो रही है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में टिड्डियों के झुंड ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
समाचार एजेंसी से बातचीत में नकवी ने कहा कि सरकार महिलाओं, मजदूरों एवं किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है, परंतु कुछ लोग यह समझ नहीं रहे, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
नकवी ने कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में कहा कि हर कोई इस लड़ाई में साथ है, लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर 50 प्रतिशत से ज्यादा होने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बड़े फैसले लिए गए जिससे यह संभव हुआ।
नकवी ने कोरोना महामारी के दौरान नकारात्मक राजनीति को निंदनीय बताया। उन्होंने भारतीय रेलवे द्वारा 3,000 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन से बड़ी संख्या में प्रवासियों को घर भेजने और श्रमिकों को राहत मिलने का उल्लेख किया।