मप्र सरकार संकट में? सिंधिया एवं उनके समर्थक 17 विधायकों के मोबाइल फोन अचानक बंद!
मप्र सरकार संकट में? सिंधिया एवं उनके समर्थक 17 विधायकों के मोबाइल फोन अचानक बंद!
भोपाल/भाषा। मध्यप्रदेश कांग्रेस के विभिन्न गुटों में चल रही कथित अंदरूनी लड़ाई एवं कमलनाथ नीत प्रदेश सरकार को कथित रूप से भाजपा द्वारा अस्थिर करने के आरोपों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, उनके समर्थक कुछ मंत्रियों सहित 17 विधायकों के मोबाइल फोन सोमवार शाम अचानक बंद हो गए। फिलहाल उनका कोई पता-ठिकाना नहीं है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सिंधिया को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने के लिहाज से ऐसा किया गया है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ अपना दिल्ली दौरा बीच में छोड़कर सोमवार शाम भोपाल आ गए हैं।हालांकि, इस बारे में सिंधिया से मोबाइल फोन पर बार-बार संपर्क करने के प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। सिंधिया के अलावा, उनके समर्थक मध्यप्रदेश के छह मंत्रियों के मोबाइल फोन भी आज शाम से बंद हैं।
जिन मंत्रियों के मोबाइल फोन बंद हैं, उनमें लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट, श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हैं। इनके अलावा, सिंधिया समर्थक 11 विधायकों से भी मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पा रहा है।
Bhopal: Congress leader Digvijaya Singh arrives at the residence of CM Kamal Nath. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/hy9Fk3v1IS
— ANI (@ANI) March 9, 2020
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वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘इस मामले में कुछ भी गंभीर नहीं है।’ इन मंत्रियों के मोबाइल फोन बंद होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि मध्यप्रदेश की सियासत में पिछले एक सप्ताह से चल रही उठापटक में अब भूचाल आ गया है।
सोशल मीडिया एवं विभिन्न न्यूज चैनलों पर अफवाह है कि सभी विधायक हवाई मार्ग से बेंगलूरु रवाना हुए हैं। कमलनाथ रविवार रात भोपाल से दिल्ली के लिए रवाना हुए और मध्यप्रदेश के हालिया राजनीति घटनाक्रम और राज्यसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद कमलनाथ ने दिल्ली में कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके बाद कमलनाथ सोमवार देर शाम को दिल्ली से भोपाल पहुंच गए हैं। सूत्रों का कहना है कि करीब 20 मिनट तक चली सोनिया और कमलनाथ की मुलाकात के दौरान राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के संदर्भ में मुख्य रूप से चर्चा हुई।