लालू और तेजस्वी की अनुपस्थिति में राजद ने अपना स्थापना दिवस मनाया
लालू और तेजस्वी की अनुपस्थिति में राजद ने अपना स्थापना दिवस मनाया
पटना/भाषा। राष्ट्रीय जनता दल ने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद की अनुपस्थिति में शुक्रवार को स्थापना दिवस मनाया। राजद संस्थापक और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता घोषित किए जाने के बाद से न्यायिक हिरासत में पड़ोसी राज्य झारखंड की राजधानी रांची स्थित एक अस्पताल में इलाज करा रहे हैं जबकि उनके उत्तराधिकारी एवं छोटे पुत्र तेजस्वी यादव ने स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लेने से मना कर दिया।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने इस दल के कार्यकर्ता अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जमानत मिल जाने की उम्मीद कर रहे थे। ऐसा नहीं होने पर उनके बीच मायूसी छा गई। लालू की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पार्टी मुख्यालय पहुंचने पर उनमें उत्साह जगा और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह और शिवानंद तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता और प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे भी पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां स्थापना दिवस मनाने के लिए एक केक लाया गया।लालू के दोनों पुत्र तेजस्वी और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव समारोह शुरू होने के समय तक कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंचे। समारोह की शुरुआत राबड़ी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। बाद में तेजप्रताप कार्यक्रम में पहुंचे और ऐसी चर्चा है कि पार्टी के शीर्ष अधिकारियों के कहने पर वे मंच पर आए। तेजस्वी की अनुपस्थिति के बारे में एक नेता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान अपने बड़े भाई के रवैये से वह नाराज चल रहे हैं। पार्टी को आम चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली है।
लोकसभा चुनाव के दौरान तेजप्रताप अपने छोटे भाई द्वारा पार्टी में दरकिनार कर दिए जाने पर उन्होंने एक समानांतर संगठन तैयार किया था और अपने करीबी लोगों को कई निर्वाचन क्षेत्रों में बागी उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़वाया था।
समारोह को संबोधित करते हुए शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी की अनुपस्थिति पर उनका नाम लिए बिना कहा कि आप केवल एक हार के कारण लोगों से दूर नहीं भाग सकते क्योंकि जनता चाहती है कि आप अगले मुख्यमंत्री बनें और आपको अपने पिता से सीखना चाहिए और वापस लड़ना चाहिए।
लालू की अनुपस्थिति में राजद की कमान संभाल रहे उनके छोटे पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी पार्टी की करारी हार के बाद से राजनीतिक परिदृश्य से गायब हैं और गत 28 जुलाई से शुरू हुए बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे दिन गुरुवार को सदन में पहुंचे थे। रघुवंश प्रसाद सिंह और राबड़ी देवी ने अपने भाषणों में पार्टी में फिर से जान फूंकने के लिए पार्टी नेताओं को संघर्ष करने को कहा। तेजप्रताप ने कहा कि जो कोई भी मेरे और मेरे भाई के बीच आएगा, वह सुदर्शन चक्र से मारा जाएगा।