.. तो इस वजह से दिल्ली में 2014 के मुकाबले कम हुआ मतदान!
.. तो इस वजह से दिल्ली में 2014 के मुकाबले कम हुआ मतदान!
नई दिल्ली/भाषा। राष्ट्रीय राजधानी में कम मतदान दर्ज किए जाने के पीछे विशेषज्ञों ने चिलचिलाती धूप, गर्मियों की छुट्टियों और सप्ताहांत के दिन चुनाव पड़ने को मुख्य कारण माना है।
दिल्ली में इस बार 60.34 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जो 2014 के लोकसभा चुनावों के मुकाबले पांच प्रतिशत कम था। पिछले चुनावों में दिल्ली में 65.22 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि इस साल का मतदान पिछले 30 सालों में सबसे अधिक था।
उन्होंने कहा, दो विभिन्न चुनावों की तुलना करना कभी संभव नहीं लेकिन 2014 में चुनाव 10 अप्रैल को हुए थे जब न गर्मी ज्यादा थी और न ही छुट्टियां शुरू हुई थीं। यहां तक कि उस वक्त स्कूल भी खुले हुए थे।
इस बार चुनाव रविवार को हुए और शनिवार को छुट्टी होने की वजह से संभव है कि लोग गर्मियों से राहत के लिए पास के पहाड़ी पर्यटन स्थलों पर छुट्टी बिताने गए हों।
पारंपरिक रूप से दिल्ली में मतदान आमतौर पर कम और 50 प्रतिशत के आस-पास होता रहा है। आपातकाल खत्म होने के बाद 1977 में शहर में सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया था।
पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने भी सिंह से सहमति जताई और 2014 में रिकॉर्ड मतदान के लिए ‘मोदी लहर’ को कारण माना।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के पूर्व अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर दावा किया कि लोग चुनाव आयोग की कार्यशैली को लेकर आश्वस्त नहीं थे और हो सकता है कि यह भी कम मतदान के पीछे कारण रहा हो।
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