असम को नहीं बनने देंगे दूसरा कश्मीर: शाह
असम को नहीं बनने देंगे दूसरा कश्मीर: शाह
लखीमपुर/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को असम के लखीमपुर में एक रैली को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धिययां गिनाईं। साथ ही पुलवामा हमले के शहीदों को नमन किया। उन्होंने केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार बनाने का आह्वान किया।
शाह ने कहा कि पुलवामा में आतंकियों ने कायराना हरकत की। उन्होंने कहा कि घटना के दोषियों को करारा जवाब दिया जाएगा। अगर कोई सोच रहा है कि हमारे जवानों पर हमला कर हमें कमजोर कर पाएगा तो यह उसकी भूल है। सुरक्षाबलों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि हम असम को दूसरा कश्मीर नहीं बनने देंगे, इसलिए एनआरसी लाया गया। हर घुसपैठिए को निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे थे, हाल में हुए स्थानीय चुनावों में जनता ने उन्हें चुन-चुन कर हराया है।शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में गलत बातें फैलाई जा रही हैं। असम में जनसांख्यिकीय परिवर्तनों को बचाने के लिए मोदी उसे दोबारा लाएंगे। उन्होंने उपस्थित लोगों से पूछा, क्या आप दोबारा मोदी की सरकार लाएंगे और उन्हें पुन: प्रधानमंत्री बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने विकास के लिए 133 योजनाओं का गुलदस्ता दिया है। हमारी सरकार ने गांव-गांव बिजली पहुंचाने का काम किया है।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने पांच साल में उत्तर-पूर्व और असम को रेल, सड़क, हवाई जहाज से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आतंकवाद का समूल नाश करने का प्रण लिया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की सबसे ज्यादा इच्छाशक्ति नरेंद्र मोदी में है। शाह ने असम में विपक्षी पार्टियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने साल शासन में रहने के बावजूद ये एनआरसी लेकर नहीं आईं। इन्होंने असम में घुसपैठ रोकने की कोशिश नहीं की।