कौशल आधारित शिक्षा शुरू करने की योजना बना रही सरकार: प्रधान
11वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम से होगी शुरुआत
Photo: DharmendraPradhanOdisha FB Page
चेन्नई/दक्षिण भारत। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को यहां कहा कि सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुसार कक्षा 11 और 12 के पाठ्यक्रम में कौशल आधारित शिक्षा को शामिल करने पर विचार कर रही है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि उचित स्तर पर शिक्षण पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन होना चाहिए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इसकी सिफारिश कर रही है।यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'हम कक्षा 11 और 12 में कौशल आधारित पाठ्यक्रम शुरू करने पर काम कर रहे हैं।'
पाठ्यक्रम में कौशल आधारित शिक्षा को शामिल करने की अवधारणा के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधान ने कहा कि पहले की शिक्षा प्रणाली सर्टिफिकेट और डिग्री पर केंद्रित थी।
उन्होंने आईआईटी मद्रास में दक्षिणापथ शिखर सम्मेलन 2025 में कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा कि हमें डिग्री और प्रमाणन की आवश्यकता है, लेकिन हमें छात्रों को सक्षम भी बनाना होगा।'
उन्होंने कहा, 'एनईपी 2020 की प्राथमिक सिफारिशों में से एक कौशल आधारित शिक्षा है।'
प्रधान ने कहा कि उनका मंत्रालय छठी कक्षा से ही कौशल आधारित शिक्षा शुरू करने पर भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा, 'पहले कौशल आधारित शिक्षा वैकल्पिक थी। कौशल आधारित शिक्षा चयनात्मक थी। लेकिन अब से कौशल एक विषय के रूप में शिक्षा का एक औपचारिक हिस्सा होगा।'


