ऑपरेशन सिंदूर में आईसी-814 के मास्टरमाइंड समेत कई आतंकवादी हो चुके ढेर
भारतीय सेना दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर रही है

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नई दिल्ली/दक्षिण भारत। सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी केंद्रों पर भारतीय हमलों में इन संगठनों के पांच सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों को मार गिराया गया। इनमें साल 1999 में आईसी-814 अपहरण का मास्टरमाइंड भी शामिल है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इन आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने भाग लिया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई, जिससे आतंकवादी संगठनों के साथ पाकिस्तान सरकार की मिलीभगत का खुला सबूत मिल गया।केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तैयार की गई सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में 21वें नंबर पर सूचीबद्ध मोहम्मद यूसुफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के खूंखार प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का साला है।
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वहीं, भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में और जानकारी साझा करते हुए बताया कि हमारी पश्चिमी सीमाओं पर ड्रोन हमलों और अन्य हथियारों के साथ पाकिस्तान की गतिविधियां लगातार जारी हैं।
ऐसी ही एक घटना में, आज सुबह लगभग 5 बजे, अमृतसर के खासा कैंट के ऊपर दुश्मन के कई हथियारबंद ड्रोन उड़ते देखे गए। हमारी वायु रक्षा इकाइयों ने तुरंत ही दुश्मन के ड्रोनों पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया।
सेना ने कहा कि भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने और नागरिकों को खतरे में डालने का पाकिस्तान का प्रयास अस्वीकार्य है। भारतीय सेना दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर देगी।
वाराणसी में लगे पोस्टर
वाराणसी में कुछ खास तरह के पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'शेर' और पाकिस्तानी समकक्ष शाहबाज शरीफ को 'गीदड़' के रूप में दिखाया गया है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं ने भगवान भैरव को सिंदूर लगाया और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए प्रार्थना की।