राजराजेश्वरी नगर की तेरापंथ महिलाओं ने जल संरक्षण के लिए संकल्प लिए
जैन धर्म में पानी के संयम के बारे में बताया गया है

बिंदु मेहता ने जल के दुरुपयाेग नहीं करने का सभी काे संकल्प करवाए
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। तेरापंथ महिला मंडल आरआर नगर के तत्वावधान में 'एक बूंद-एक सागर' जल संरक्षण कार्यशाला का आयाेजन किया गया। मंडल की अध्यक्ष सुमन पटावरी ने सभी का स्वागत किया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में एमसी बिंदु मेहता का परिचय कार्यशाला की संयाेजिका जया सामसुखा ने दिया। बिंदु मेहता ने कहा कि जल समस्या के समाधान में जैन धर्म के सिद्धांताें की उपयाेगिता है।जल संरक्षण यानी पानी के अनावश्यक उपयाेग काे कम करना और कुशलतापूर्वक पानी का उपयाेग करना। देश के कई हिस्साें में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।
जैन धर्म में ताे पहले से ही पानी के संयम के बारे में बताया गया है। इस माैके पर विभिन्न तरीके से पानी काे बचाने व संरक्षण के तरीके बताए।
बिंदु मेहता ने जल के दुरुपयाेग नहीं करने का सभी काे संकल्प करवाए। अध्यक्ष सुमन पटावरी ने अपनी पूरी टीम के साथ में जल संरक्षण के पाेस्टर का अनावरण किया।
मंडल की सदस्याओं ने जनजागरूकता हेतु सार्वजनिक स्थल पर पाेस्टर लगाए तथा विभिन्न प्रतियाेगिताओं का आयाेजन किया। मंत्री पदमा महेर ने धन्यवाद दिया
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