पहलगाम हमला: राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की

स्थिति के सभी संभावित पहलुओं पर चर्चा की गई

पहलगाम हमला: राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की

Photo: @Rajnathsinghbjp YouTube Channel

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। 

Dakshin Bharat at Google News
सूत्रों ने बताया कि करीब ढाई घंटे चली बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल एपी सिंह शामिल हुए।

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भी बैठक में शामिल हुए।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में इस नृशंस हमले के बाद उत्पन्न स्थिति के सभी संभावित पहलुओं पर चर्चा की गई। उन्होंने इस संबंध में और अधिक जानकारी देने से इन्कार कर दिया।

बताया जा रहा है कि सिंह ने सशस्त्र बलों को अपनी युद्ध तत्परता बढ़ाने तथा आतंकवाद विरोधी अभियानों की तीव्रता बढ़ाने का निर्देश दिया।

बैठक में सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती सहित सुरक्षा स्थिति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि इस घृणित कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।

पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर कई बैठकें हो चुकी हैं। 

प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही समाप्त कर आज सुबह नई दिल्ली लौट आए।

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

केंद्र आईटीआई लि. को वित्तीय रूप से मजबूत बनाने की रणनीति पर कर रहा काम: ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र आईटीआई लि. को वित्तीय रूप से मजबूत बनाने की रणनीति पर कर रहा काम: ज्योतिरादित्य सिंधिया
Photo: JMScindia FB Page
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ज़रदारी की जाने वाली है कुर्सी!
अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहा भारत
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है: सिद्दरामय्या
बिहार में मतदाता सूची के 'एसआईआर' को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय ने क्या कहा?
अगला दलाई लामा स्वतंत्र लोकतांत्रिक देश से होगा, चीन से नहीं: अरुणाचल के मुख्यमंत्री
अज्ञानता मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन: कमल मुनि कमलेश