भारत-सऊदी अरब संबंधों में असीम संभावनाएं हैं: मोदी
'शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए एकसाथ आगे बढ़ते रहेंगे'

Photo: narendramodi FB Page
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब को भारत के सबसे मूल्यवान साझेदारों में से एक, विश्वसनीय मित्र और सहयोगी बताते हुए कहा कि वर्तमान समय उनके संबंधों के लिए आशाजनक है, जिसमें 'असीमित संभावनाएं' हैं।
उन्होंने सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा से पहले 'अरब न्यूज़' को दिए साक्षात्कार में कहा, 'भारत और सऊदी अरब शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए एकसाथ आगे बढ़ते रहेंगे, न केवल अपने लोगों के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए।'उन्होंने कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय निवेश संधि पर काम कर रहे हैं। भारत और जीसीसी (खाड़ी सहयोग परिषद) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते में भारत और सऊदी अरब तथा पूरे क्षेत्र के बीच आर्थिक संबंधों को बदलने की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने इस साझेदारी को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सऊदी नेतृत्व की प्रशंसा की और निमंत्रण के लिए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को धन्यवाद दिया, जो प्रधानमंत्री के रूप में उनकी सऊदी यात्रा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, 'सऊदी अरब भारत के सबसे मूल्यवान साझेदारों में से एक है, एक समुद्री पड़ोसी, एक विश्वसनीय मित्र और एक रणनीतिक सहयोगी है।'
मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मानसूनी हवाओं जितने पुराने हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध न केवल वैश्विक चुनौतियों से बचे रहे हैं, बल्कि उनमें वृद्धि भी हुई है।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा, कृषि और उर्वरक जैसे क्षेत्र व्यापार के मुख्य क्षेत्र हैं, लेकिन विविधीकरण के प्रयासों से सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि भारतीय व्यवसाय और सऊदी उद्योग मजबूत संबंध बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'हमारा संबंध नया नहीं है। यह सदियों पुराने सभ्यतागत आदान-प्रदान पर आधारित है। विचारों से लेकर व्यापार तक, हमारे दो महान देशों के बीच निरंतर प्रवाह रहा है।'
मोदी ने कहा कि साल 2014 में उनके पदभार संभालने के बाद से संबंध लगातार बढ़ रहे हैं और साल 2019 में रणनीतिक साझेदारी परिषद का गठन एक प्रमुख मील का पत्थर है।
उन्होंने कहा, 'तब से हमारे बीच सहयोग कई क्षेत्रों में बढ़ा है। और मैं आपको बता दूं कि यह तो बस शुरुआत है। हमारी साझेदारी में असीम संभावनाएं हैं।'