प. बंगाल: भाजपा सांसद ने 4 जिलों को 'अशांत क्षेत्र' घोषित करने का आग्रह किया
तृणमूल कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया

Photo: Jyotirmaysinghbjp FB Page
कोलकाता/दक्षिण भारत। भाजपा के पुरुलिया सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर केंद्र से पश्चिम बंगाल के चुनिंदा सीमावर्ती जिलों को सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा) के तहत 'अशांत क्षेत्र' घोषित करने का आग्रह किया है। उन्होंने हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले का आरोप लगाया है।
13 अप्रैल को लिखे अपने पत्र में महतो ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद, मालदा, नादिया और दक्षिण 24 परगना जैसे जिलों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हुई है और राज्य प्रशासन सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण इस पर आंखें मूंदे बैठा है।उन्होंने दावा किया कि हाल में मुर्शिदाबाद जिले में 86 से ज़्यादा हिंदुओं के घरों और दुकानों को लूटा गया या नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि झाउबोना गांव में पान के बागानों में आग लगा दी गई, जिसे उन्होंने लक्षित आर्थिक तोड़फोड़ बताया।
सांसद ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में भी इसी तरह की अशांति फैली है, जिससे हिंदू आबादी असुरक्षित और बेआवाज हो गई है। वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा का जिक्र करते हुए महतो ने आरोप लगाया कि भीड़ ने हिंदुओं के घरों, सार्वजनिक संपत्ति और यहां तक कि पुलिस बलों पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती का आदेश देना पड़ा, जिससे 'राज्य की प्रशासनिक विफलता' उजागर हुई।
उन्होंने लिखा, 'मैं आपसे अत्यंत सम्मानपूर्वक आग्रह करता हूं कि आप पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में अफस्पा लागू करने पर विचार करें।' उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के कदम से कानून और व्यवस्था को बहाल करने, भविष्य में हिंसा को रोकने और हिंदुओं को यह आश्वासन दिलाने में मदद मिलेगी कि उन्हें छोड़ा नहीं गया है।
महतो ने पत्र का समापन 'न्याय, सुरक्षा और कानून के शासन को सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई' की अपील के साथ किया।