दक्षिण पश्चिम रेलवे ने स्क्रैप निपटान के जरिए 188.07 करोड़ रु. की कमाई की
दपरे ने राजस्व वृद्धि में शानदार प्रदर्शन किया

रेलवे बोर्ड के 160 करोड़ रुपए के लक्ष्य से ज्यादा है
हुब्बली/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान स्क्रैप निपटान के जरिए 188.07 करोड़ रुपए की कमाई कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह रेलवे बोर्ड के 160 करोड़ रुपए के लक्ष्य से ज्यादा है।
यह दपरे के इतिहास में अब तक की सबसे ज्यादा स्क्रैप बिक्री है, जिसने वर्ष 2022-23 में स्थापित 180.52 करोड़ रुपए के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की तुलना में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, दपरे ने एक बार फिर कुशल एसेट मैनेजमेंट और राजस्व वृद्धि में शानदार प्रदर्शन किया है।सभी स्क्रैप को भारतीय रेलवे के ऑनलाइन ई-नीलामी पोर्टल आईआरईपीएस.जीओवी.इन पर सार्वजनिक नीलामी में बेचा गया, जिससे पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित हुई। उल्लेखनीय है कि दपरे ने वित्तीय वर्ष की समाप्ति से काफी पहले, 23 जनवरी तक रेलवे बोर्ड के लक्ष्य को हासिल कर लिया था।
प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक मामन सिंह के मार्गदर्शन में दपरे ने त्रैमासिक आधार पर गहन स्क्रैप-मैपिंग अभियान चलाया। इन प्रयासों से लगभग 19,745 मीट्रिक टन रेल और फिटिंग, 4 लोकोमोटिव, 38 वैगन, 56 पुराने कोच, 11,532 मीट्रिक टन अन्य लौह स्क्रैप और 1,500 मीट्रिक टन अलौह स्क्रैप की पहचान और निपटान किया गया।
इस पहल से न केवल राजस्व मिला, बल्कि रेलवे परिसरों, जिनमें ट्रैक, स्टेशन, डिपो और शेड शामिल हैं, की सुंदरता और स्वच्छता में भी सुधार हुआ। दपरे महाप्रबंधक मुकुल शरण माथुर ने भंडार विभाग और स्क्रैप निपटान प्रक्रिया में शामिल सभी टीमों के प्रयासों की तारीफ की।