रेलवे में इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन के 100 साल: राज्य रानी एक्सप्रेस का संचालन महिला चालक दल ने किया
रेलवे संचालन में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला गया

ट्रेन को बेंगलूरु मंडल के अतिरिक्त डिवीजनल रेलवे मैनेजर आशुतोष माथुर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय रेलवे में इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, ट्रेन सं. 22660 केएसआर बेंगलूरु - मैसूरु राज्य रानी एक्सप्रेस का संचालन महिला चालक दल द्वारा किया गया।
इस दौरान रेलवे संचालन में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला गया। ट्रेन को बेंगलूरु मंडल के अतिरिक्त डिवीजनल रेलवे मैनेजर आशुतोष माथुर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।उन्होंने कहा कि 3 फरवरी को भारतीय रेलवे विद्युतीकरण के 100 साल पूरे होने का स्मरण करेगी, जो मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और कुर्ला के बीच पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन के संचालन की एक शताब्दी होगी। यह मुकाम रेलवे परिचालन में एक महत्त्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करता है, जो भाप से चलने वाले इंजनों से आधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल विद्युतीकृत प्रणाली में परिवर्तित हो रहा है। यह रेलवे परिचालन में महत्त्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।
आशुतोष माथुर ने कहा कि जश्न के एक हिस्से के रूप में, राज्य रानी एक्सप्रेस का संचालन और प्रबंधन विशेष रूप से महिला रेलवे कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। यह पहल लैंगिक समावेशिता और पेशेवर उत्कृष्टता के प्रति भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो प्रमुख परिचालन भूमिकाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है।
राज्य रानी एक्सप्रेस की महिला टीम में लोको पायलट बल्ला शिव पार्वती, सहायक लोको पायलट राम्या कुमारी, ट्रेन मैनेजर शैलजा, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कार्मिक स्वरूपिनी और वरलक्ष्मी, और यात्रा टिकट निरीक्षक अनिला जकारिया शामिल हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (ट्रैक्शन ऑपरेशंस) वी सुरेंद्र नाथ, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी उमा शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रभावती गजलक्ष्मी, वरिष्ठ डीईएनएचएम प्रिया, मंडल वित्त प्रबंधक ए कमला प्रिया और अन्य रेलवे अधिकारी मौजूद थे।