बसनगौड़ा यतनाल ने फिर दिखाए तीखे तेवर, पार्टी नेतृत्व पर छोड़े शब्दबाण
विजयेंद्र येडीयुरप्पा पर 'मैनेज' करने का लगाया आरोप

Photo: @BasanagoudaBJP X account
कहा- 'हमें पार्टी को बचाना होगा'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक बसनगाैड़ा पाटिल यतनाल ने एक बार फिर पार्टी के नेतृत्व पर शब्दबाण छाेड़े हैं। उन्हाेंने प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा से लेकर पूर्व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह पर भी निशाना साधा है।
जब संवाददाताओं ने उनसे पूछा कि आप पहले भी कई बार पार्टी लाइन के खिलाफ बाेल चुके हैं, क्या लगता है कि आपकी बात काे मजबूती मिलती जा रही है, ताे उन्हाेंने कहा कि मजबूती की काेई बात ही नहीं है, अब सबकाे समझ में आ रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा किस तरह के व्यक्ति हैं और एक साल में ही पार्टी का भट्ठा बैठा दिया।यतनाल ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार, मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या, मंत्री प्रियांक खरगे का भी नाम लेते हुए विजयेंद्र पर हमला बाेला कि विजयेंद्र का इनके साथ एडजस्टमेंट है। उन्हाेंने प्रदेश भाजपा के कमजाेर विपक्ष हाेने का दावा किया और कहा कि विपक्ष का काेई काम नहीं हाे रहा है।
यतनाल ने प्रदेश भाजपा के ’कुछ नेताओं’ के लिए कहा कि जैसे ही सदन में काेई मुद्दा उठता है ताे वे वाॅकआउट कर जाते हैं, क्याेंकि उन्हें डर है कि सिद्दरामय्या कहीं उनकी कारगुजारियाें काे 'उजागर’ न कर दें।
यतनाल ने कहा कि समय आ गया है कि हमें पार्टी काे बचाना हाेगा। हालांकि हमारे पास न ताे विजयेंद्र की तरह पैसा है और न हम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। 'उसके’ पास ताे बहुत पैसा है, वह सबकाे 'मैनेज’ करता है। हम ताे केवल जनप्रतिनिधि हैं, आंदाेलन ही कर सकते हैं।
यतनाल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष काे लेकर कहा कि यह जिम्मेदारी ऐसे व्यक्ति काे देनी चाहिए, जाे लाेकप्रिय हाे। पैसे देनेवालाें काे प्रदेश अध्यक्ष बनाने से कैसे चलेगा?
जब उनसे पूछा गया कि क्या आप भी प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में हैं, ताे उन्हाेंने कहा कि अगर नए प्रदेश अध्यक्ष काे चुनने की प्रक्रिया सही तरीके से हाेती है ताे मैं 100 प्रतिशत रेस में हूं।
जब यतनाल से यह पूछा गया कि क्या 28 जिलाें के भाजपा अध्यक्ष बनाने से पहले आपकी राय ली गई थी ताे उन्हाेंने कहा कि मुझे ताे छाेड़िए, बसवराज बाेम्मई और गाेविंद करजाेल जैसे वरिष्ठ नेताओ काे भी नहीं पूछा गया। 'बाप-बेटे’ ने मिलकर सूची बनाई थी।
यतनाल ने आराेप लगाया कि जाे लाेग पहले केजेपी (येडीयुरप्पा द्वारा पूर्व में बनाई गई पार्टी) में थे, इनके निकटवर्ती हैं, उन्हें ही जिला अध्यक्ष बना दिया गया।
उन्हाेंने आला कमान द्वारा विजयेंद्र काे प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। साथ ही अरुण सिंह काे लपेटे में लेते हुए कहा कि वे कर्नाटक से कराेड़पति बनकर गए हैं। वे सरकार गिरते ही यहाँ से राजस्थान भाग गए और माैज कर रहे हैं।
जब यतनाल से प्रदेश भाजपा प्रभारी डाॅ. राधा माेहन दास अग्रवाल के बारे में पूछा गया ताे यह कहकर चले गए कि उनके बारे में आगे बताऊंगा।