महाकुंभ में भगदड़ के बाद योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से की यह अपील
10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई

Photo: @myogiadityanath account
महाकुंभ नगर/दक्षिण भारत। मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए बुधवार तड़के करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच महाकुंभ के संगम क्षेत्र में भगदड़ मच गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि यह घटना रात एक से दो बजे के बीच हुई, जब कुछ श्रद्धालु अखाड़ा मार्ग पर लगे बैरिकेड्स पर चढ़ गए।लखनऊ में एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद उन्होंने कहा, 'रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर जहां अखाड़ों के अमृत स्नान की व्यवस्था की गई थी, कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स पार कर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार सुनिश्चित किया गया।'
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सुबह ही उन्हें फोन किया है।
उन्होंने कहा कि अखाड़ों के साथ आम सहमति बन गई है कि वे घाटों पर भीड़ का दबाव कम होने के बाद ही पवित्र डुबकी लगाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैंने व्यक्तिगत रूप से अखाड़ा परिषद के प्रमुखों और महामंडलेश्वरों सहित अन्य संतों से बात की है। सम्मानित संतों ने विनम्रतापूर्वक श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है और भीड़ का दबाव कम होने के बाद ही वे डुबकी लगाएंगे।'
उन्होंने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ का दबाव अभी भी है।'
योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की कि वे अपने निकटतम घाटों पर ही गंगा में डुबकी लगाएं और संगम तट तक जाने का प्रयास न करें।