कांग्रेस 'गांधी के हिंदुत्व' में विश्वास करती है: सिद्दरामय्या
बेलगावी में सुवर्णा विधान सौधा के सामने गांधीजी की प्रतिमा का अनावरण हुआ

Photo: Siddaramaiah.Official FB Page
बेलगावी/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने मंगलवार को कहा कि महात्मा गांधी एक प्रखर हिंदू थे और कांग्रेस 'गांधी के हिंदुत्व' पर विश्वास करती है।
सिद्दरामय्या ने बेलगावी में सुवर्णा विधान सौधा के सामने गांधीजी की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर कहा कि भाजपा ने हमेशा महात्मा गांधी को 'हिंदूविरोधी' के रूप में पेश किया है, लेकिन यह समझना चाहिए कि यह 100 प्रतिशत झूठ है।इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वायनाड की सांसद प्रियंका वाड्रा, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे शीर्ष कांग्रेस पदाधिकारियों, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने भाग लिया।
यह कार्यक्रम उस कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने साल 1924 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'महात्मा गांधी हमेशा भगवान राम का नाम लेते थे। जब नाथूराम गोडसे ने उनकी हत्या की, तो उन्होंने 'हे राम' कहा। इसका इससे बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता। वे प्रखर हिंदू थे।
उनके अनुसार, गांधी कभी हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं थे, बल्कि वे हिंदू धर्म में सुधार लाना चाहते थे। वे हमेशा हिंदू और मुसलमानों को भाई की तरह रहते देखना चाहते थे।
सिद्दरामय्या ने बताया कि गांधीजी ने खुद को स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित नहीं रखा, बल्कि शासन के बारे में दिशा—निर्देश दिए और बताया कि मंत्रियों को कैसा आचरण करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम महात्मा गांधी के हिंदुत्व में विश्वास करते हैं और वे (भाजपा) समाज को बांटने में विश्वास करते हैं। वे 'मनुवादी' हैं। हम भारतीय संविधान में विश्वास करते हैं और भाजपा कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ जाती है। इसलिए हमें संविधान की रक्षा करनी चाहिए और लोकतंत्र को बचाना चाहिए। अगर हम संविधान की रक्षा करेंगे तो यह हमारी रक्षा करेगा।'
सिद्दरामय्या ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा पिछले कई वर्षों से संविधान को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यदि देश में संविधान नहीं होता तो अराजकता फैल जाती।
उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि आजकल लोग गांधीजी को याद करते हैं और उनकी सराहना करते हैं। लोग उनके कार्यों, उनके बलिदान और योगदान के लिए उनकी सराहना करते हैं।'