कंगना ने कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग वाली टिप्पणी वापस ली, खेद जताया
कंगना ने कहा कि कृषि कानूनों पर उनके बयान से कई लोग निराश हुए
Photo: KanganaRanaut FB Page
शिमला/दक्षिण भारत। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने बुधवार को साल 2021 में निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लाने संबंधी अपनी टिप्पणी वापस ले ली। उन्होंने कहा कि वह उनकी निजी राय थी और पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करती थी।
कंगना ने कहा कि उक्त कानूनों पर उनके बयान से कई लोग निराश हुए होंगे, जिसका उन्हें खेद है। हिमाचल प्रदेश भाजपा ने भी मंडी सांसद के बयान से दूरी बना ली है।रनौत ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।'
अभिनेत्री ने एक्स पर एक वीडियो बयान भी पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'जब कृषि कानून प्रस्तावित किए गए थे तो हममें से कई लोगों ने उनका समर्थन किया था। लेकिन बड़ी संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ हमारे प्रधानमंत्री ने उन कानूनों को वापस ले लिया था।'
उन्होंने क्लिप में कहा, 'यदि मेरे शब्दों और विचारों से कोई निराश हुआ है तो मुझे खेद है। मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।'
मंगलवार को मंडी जिले में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कंगना ने कहा था कि तीन कृषि कानूनों का विरोध केवल कुछ राज्यों में हुआ था।
उन्होंने कहा था, 'किसान भारत की प्रगति में ताकत का स्तंभ हैं। केवल कुछ राज्यों में, उन्होंने कृषि कानूनों पर आपत्ति जताई थी। मैं हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि किसानों के हित में कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए।'