आगामी लोकसभा चुनाव भारत के 25 वर्षों का भविष्य तय करेंगे: शाह
अमित शाह ने मुंबई में इंडिया ग्लोबल फोरम के वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन - एनएक्सटी10 को संबोधित किया
शाह ने कहा कि बीते 10 साल में मोदी देश में परिवर्तन की बयार लेकर आए हैं
मुंबई/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को मुंबई में इंडिया ग्लोबल फोरम के वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन - एनएक्सटी10 को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह साल एक प्रकार से दुनिया में चुनावों का साल है। इस साल दुनिया में 40 चुनाव होने हैं और भारत भी लोकतंत्र के इस महोत्सव में आने वाले दो महीनों में जा रहा है।
शाह ने कहा कि मैं आप सभी से बताना चाहता हूं कि दूसरे देशों में जो चुनाव होगा, वह 4, 5, 6 साल के लिए उनके संविधान के अनुरूप होगा। मगर भारत में होने वाला चुनाव आने वाले 25 वर्ष का भविष्य तय करने वाला चुनाव है।शाह ने कहा कि बीते 10 साल में मोदी देश में परिवर्तन की बयार लेकर आए हैं, हर क्षेत्र में परिवर्तन और बदलाव हुआ है। उस नींव के आधार पर साल 2047 में जब देश आजादी की शताब्दी मनाएगा, तब यह देश कहां होगा, यह अगले पांच साल में निर्धारित हो जाएगा।
शाह ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है, गरीब लोगों के कल्याण का त्योहार है, सामाजिक न्याय का त्योहार है, यह परंपरा और प्रौद्योगिकी के तालमेल का जश्न मनाता है। हमारे पास 10 साल की परफॉर्मेंस भी है और आने वाले 25 साल का रोडमैप भी है। इन दोनों को लेकर इस चुनाव में हम बहुत उत्साह के साथ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जा रहे हैं।
शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व से भारत का आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ी है। उन्होंने सरकार को 'निष्क्रिय' से 'गतिशील', भारत की वृद्धि को 'प्रतिगामी' से 'प्रगतिशील' और अर्थव्यवस्था को 'नाजुक' से 'शीर्ष' में बदल दिया है।
शाह ने कहा कि 10 साल पहले, 2014 में देश की अर्थव्यवस्था की हालत जर्जर थी, निवेशकों का भरोसा उठ गया था, 12 लाख करोड़ के घपले-घोटालों और भ्रष्टाचार ने देश के आत्मविश्वास को हिला दिया था। महंगाई दर आसमान छू रही थी, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम सबसे निचले पायदान पर पहुंच गए थे और हमारी रेटिंग लगातार नीचे जा रही थी।
शाह ने कहा कि देश की जनता ने वर्ष 2014 में पूर्ण बहुमत दिया और इस सरकार की शुरुआत हुई थी। उससे पहले 30 वर्षों तक देशभर में लगातार अस्थिरता का दौर चला। वर्ष 2014 में 30 साल बाद एक दल को बहुमत मिला। वहीं से भारत के विकास की कहानी शुरू हुई।