भारत-चीन ने नए दौर की सैन्य वार्ता की, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक का 21वां दौर 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया था
Photo: @MEAINDIA FB page
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भारत और चीन इस सप्ताह की शुरुआत में उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के एक नए दौर के दौरान पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर 'शांति और शांति' बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।
हालांकि, मामले से परिचित लोगों ने कहा कि सोमवार की वार्ता में कई टकराव वाले बिंदुओं पर साढ़े तीन साल से अधिक समय से चल रहे विवाद के समाधान में कोई स्पष्ट प्रगति नहीं हुई।विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक का 21वां दौर 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया था।
एक बयान में यह कहा गया कि पिछले दौर की चर्चा में भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति की बहाली के लिए आवश्यक आधार के रूप में पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ शेष क्षेत्रों में पूर्ण डिसइंगेजमेंट की मांग की गई थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने इस मामले पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।
इसमें कहा गया, दोनों पक्ष प्रासंगिक सैन्य और राजनयिक तंत्र के माध्यम से आगे के रास्ते पर संचार बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, उन्होंने अंतरिम रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई।