रिलायंस फाउंडेशन अंडरग्रेजुएट स्कॉलरशिप के परिणाम घोषित हुए

भारत में 5,500 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों के 58,000 से अधिक विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था

रिलायंस फाउंडेशन अंडरग्रेजुएट स्कॉलरशिप के परिणाम घोषित हुए

5,000 विद्यार्थियों का चयन एक व्यवस्थित और सघन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया

मुंबई/दक्षिण भारत। रिलायंस फाउंडेशन अंडरग्रेजुएट स्कॉलरशिप 2023-24 के परिणाम घोषित हो गए हैं। देशभर से पांच हजार विद्यार्थियों को इसके लिए चुना गया है। स्कॉलरशिप में 2 लाख रुपए तक के अनुदान के साथ, पूर्व छात्रों के नेटवर्क का हिस्सा बनने का अवसर मिलता है।

Dakshin Bharat at Google News
भारत में 5,500 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों के 58,000 से अधिक विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। इनमें से 5,000 विद्यार्थियों का चयन एक व्यवस्थित और सघन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया।

एप्टीट्यूड टेस्ट और 12वीं कक्षा में प्रदर्शन को आधार बनाया गया। चयनित विद्यार्थियों में से 75 प्रतिशत की वार्षिक घरेलू आय 2.5 लाख रुपए से कम है। इसके परिणाम रिलायंस फाउंडेशन डाॅट ओआरजी वेबसाइट पर देख सकते हैं।

रिलायंस फाउंडेशन अंडरग्रेजुएट स्कॉलरशिप का उद्देश्य ऐसे विद्यार्थियों की सहायता करना है, जो खुद को और अपने समुदायों को ऊपर उठाने के साथ साथ देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान कर सकें। योग्यता व साधनों की उपलब्धता (मेरिट कम मीन्स) के आधार पर चयन किया जाता है। रिलायंस साल 1996 से छात्रवृत्तियां प्रदान कर रहा है।

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

आईटीआई लि. के पंजीकृत एवं निगमित कार्यालय को 'उत्‍कृष्‍ट राजभाषा कार्यान्‍वयन पुरस्‍कार' मिला आईटीआई लि. के पंजीकृत एवं निगमित कार्यालय को 'उत्‍कृष्‍ट राजभाषा कार्यान्‍वयन पुरस्‍कार' मिला
आईटीआई लि. के अध्‍यक्ष ने संस्‍थान के कार्मिकों को बधाई दी
सत्ता बंटवारे को लेकर शिवकुमार के साथ कोई समझौता नहीं हुआ था: सिद्दरामय्या
कौन है यह रूसी सुंदरी, जिसने जीता मिसेज प्लैनेट यूनिवर्स 2024 का खिताब?
'अभी भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है' - उच्च न्यायालय ने सिद्धू के दावे के खिलाफ याचिका खारिज की
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए देवेंद्र फडणवीस
'घर जाने का समय': क्या विक्रांत मैसी ने 'पब्लिसिटी स्टंट' के लिए दांव चला?
बांग्लादेश: कैसे होगी शांति स्थापित?