कर्नाटक के शिवमोगा में पथराव की घटना में 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया: सिद्दरामैया
‘शिवमोगा में अब स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रित है'
'पुलिस शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है’
बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने सोमवार को कहा कि शिवमोगा में पथराव की घटना के सिलसिले में 40 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
सिद्दरामैया ने कहा कि किसी समुदाय के धार्मिक आयोजनों के दौरान अशांति पैदा करना और पथराव करना कानून के खिलाफ है। उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और उपद्रवियों से निपटा जाएगा।मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘शिवमोगा में अब स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रित है। वहां, पुलिस शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।’
शिवमोगा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एसएन चन्नबसप्पा ने बीती शाम रागी गुड्डा इलाके में पथराव से क्षतिग्रस्त घरों का दौरा किया और आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे कुछ बाहरी लोग हैं, जिन्हें यहां के लोगों से समर्थन प्राप्त है।
चन्नबसप्पा ने सोमवार को शिवमोगा में संवाददाताओं से कहा, ‘शिवमोगा उन लोगों के लिए स्वर्ग बन गया है, जो आतंक फैलाना चाहते हैं।’
बेंगलूरु में गृहमंत्री जी परमेश्वर ने इसे मामूली पथराव की घटना बताया है और कहा कि पुलिस ने इस पर काबू पा लिया है तथा संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है।
गृहमंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रशासन कोई भी अप्रिय घटना नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने चेतावनी दी है और भीड़ को तितर-बितर कर दिया है तथा स्थिति अब शांतिपूर्ण है।
नकाब पहने कुछ उपद्रवियों के पथराव करने को लेकर पूछे गए सवाल पर परमेश्वर ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ के बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस पर पथराव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हां, क्या अब ऐसा हो रहा है? ऐसी चीजें हुई हैं और पुलिस इसे नियंत्रित करने में सक्षम है तथा करेगी भी। यह एक तनावपूर्ण क्षेत्र है और जुलूस के दौरान कुछ भी हो सकता है, इसलिए त्वरित कार्यबल (आरएएफ) सहित सुरक्षा बलों को पहले से तैनात किया गया था, जिससे हम इसे एक बड़ी घटना में बदलने से रोक सके।
शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक जीके मिथुन कुमार ने कहा कि शिवमोगा के रागी गुड्डा इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। इस इलाके में ईद मिलाद-उन-नबी जुलूस के दौरान तनाव एवं पथराव की कथित घटनाओं के बाद निषेधाज्ञा लागू की गई थी।
उन्होंने कहा कि इस घटना में पुलिसकर्मी सहित कुछ लोग घायल हुए हैं, जबकि कुछ संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है।
कुमार ने कहा, 'हमने घायलों और क्षतिग्रस्त संपत्तियों के मालिकों से शिकायत दर्ज करने के लिए कहा है। हमने घटना में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। घटना की वीडियो, सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरे की फुटेज है, जिसके जरिये इसमें शामिल लोगों को पकड़ लिया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा की उन्हें सजा मिले।'