जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे को किया रवाना
इस जत्थे में करीब 3,400 तीर्थयात्री शामिल हैं
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं
जम्मू/भाषा। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को शुक्रवार सुबह यहां भगवती नगर शिविर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस जत्थे में करीब 3,400 तीर्थयात्री शामिल हैं।
बहुस्तरीय सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन के वास्ते कश्मीर के दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ। यह गुफा मंदिर दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित है।श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जगह जगह मुस्तैदी से तैनात हैं।
अमरनाथ के लिए 62 दिवसीय तीर्थयात्रा शनिवार को कश्मीर से शुरू होगी। इस यात्रा के लिए दो मार्ग हैं। पहला, अनंतनाग जिले का 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है। वहीं दूसरा गांदरबल जिले का बालटाल मार्ग है, जो करीब 14 किलोमीटर छोटा, लेकिन बेहद दुर्गम है।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक यात्रा के लिए करीब 3.5 लाख श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं और यह संख्या बढ़ने की संभावना है।
जम्मू के उपायुक्त अवनी लवासा ने बताया कि जम्मू में 33 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि पंजीकरण केंद्रों पर ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी) टैग जारी किए जाएंगे।
तीर्थयात्रियों के तत्काल पंजीकरण के लिए वैष्णवी धाम, महाजन सभा, पंचायत घर में पांच ‘काउंटर’ और संतों के पंजीकरण के लिए गीता भवन तथा राम मंदिर में दो ‘काउंटर' स्थापित किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि आरएफआईडी टैग लेना अनिवार्य है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र सिंह राणा ने पत्रकारों से कहा, ‘उपराज्यपाल के हरी झंडी दिखाने के बाद जम्मू से आज अमरनाथ यात्रा शुरू हुई। पहला जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हुआ।’
उन्होंने बताया कि यात्रा के सुचारू संचालन के लिए प्रशासन ने सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं के इंतजाम किए हैं।
तीर्थ यात्री सुशील कुमार ने कहा, ‘हम नागपुर से आए हैं और पहली बार अमरनाथ जा रहे हैं। हम 19 लोग साथ आए हैं। हमने गुफा मंदिर में बर्फ के लिंगम के दर्शन करने वाले पहले लोगों में से एक बनने का फैसला किया है।’
अन्य तीर्थ यात्री एनके मिश्रा ने बताया कि वे नौंवी बार यात्रा पर आए हैं।
उत्तर प्रदेश के निवासी मिश्रा ने कहा, ‘जब से मुझे एहसास हुआ कि भगवान शिव इस ब्रह्मांड की सर्वोच्च चेतना हैं तो अमरनाथ के दर्शन के बाद मुझे एक खास तरह की शांति महसूस होती है।’
कोलकाता की गुड्डी चौधरी ने बताया कि उन्होंने वादा किया था कि वे अपने ससुराल वालों को अमरनाथ यात्रा पर ले जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘मैं अपना वादा पूरा कर रही हूं। मेरे ससुर और सास मेरे साथ हैं। हालांकि कोविड-19 (वैश्विक महामारी) के कारण हम पहले तीर्थयात्रा पर नहीं आ सके, लेकिन आज मैं खुश हूं कि हम अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं।’