प्रह्लाद जोशी के नेतृत्व में संसदीय सद्भावना प्रतिनिधि मंडल ने उरुग्वे दौरा किया
इस बहु-दलीय प्रतिनिधि मंडल में दोनों सदनों से कुल नौ सदस्य शामिल थे

प्रतिनिधिमंडल की अगवानी 14 जून को अर्जेंटीना और उरुग्वे में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया ने की
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उरुग्वे की संसद की प्रतिनिधि सभा (निचले सदन) के अध्यक्ष के निमंत्रण पर 14-17 जून तक उरुग्वे की यात्रा करते हुए 10 सदस्यीय संसदीय सद्भावना प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व किया। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाना है।
इस बहु-दलीय प्रतिनिधि मंडल में दोनों सदनों से कुल नौ सदस्य शामिल थे। इनमें से छह लोकसभा सदस्य- संजय सेठ, गोमती साईं, हेमंत पाटिल, सीएन अन्नादुरई, डॉ. गुरुमूर्ति मद्दिला और चंद्राणी मुर्मू एवं राज्यसभा से इंदु बाला गोस्वामी, दिनेश चंद्रअववादिया और नीरज डांगी शामिल थे।प्रतिनिधिमंडल की अगवानी 14 जून को अर्जेंटीना और उरुग्वे में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया ने की और द्विपक्षीय संबंधों के महत्त्व के संदर्भ में जानकारी भी दी।
पंद्रह जून को प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष सेबेस्टियन एनदुजार ने प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया। प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता में उरुग्वे संसद के दोनों सदनों के सदस्य भी शामिल हुए। प्रह्लाद जोशी और श्रीएनदुजार ने उरुग्वे की संसद में ‘भारत-उरुग्वे संसदीय मैत्री समूह’ का भी शुभारंभ किया। चर्चा विशेष रूप से संसदीय रणनीति के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रही। जोशी ने एनदुजार को संसदीय प्रतिनिधि मंडल के साथ भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।