शरद पवार के राकांपा प्रमुख का पद छोड़ने के फैसले पर क्या बोले संजय राउत?

एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं

शरद पवार के राकांपा प्रमुख का पद छोड़ने के फैसले पर क्या बोले संजय राउत?

राउत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के हवाले से एक ट्वीट में कहा ...

मुंबई/भाषा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की अपने अगले अध्यक्ष का चयन करने के लिए आयोजित पार्टी की महत्त्वपूर्ण बैठक से पहले शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति में कुछ भी आकस्मिक नहीं होता है।

राकांपा नेताओं अजीत पवार, सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल सहित अन्य पदाधिकारियों की एक समिति की शुक्रवार को बैठक हो रही है, ताकि यह तय किया जा सके कि इस सप्ताह के शुरू में राकांपा प्रमुख शरद पवार के पद छोड़ने के फैसले के ऐलान के बाद पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा।

राउत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के हवाले से एक ट्वीट में कहा, राजनीति में संयोग से कुछ नहीं होता। अगर ऐसा होता है तो आप शर्त लगा सकते हैं कि इसकी उसी तरह योजना बनाई गई थी।

शरद पवार के राकांपा का अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले पर चर्चा के लिए पार्टी ने मुंबई में बैठक शुरू की है।

गौरतलब है कि शरद पवार (82) ने मंगलवार को मुंबई में अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाति’ के अद्यतन संस्करण के विमोचन कार्यक्रम में राकांपा प्रमुख के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था।

राज्यसभा सदस्य और विपक्ष के दिग्गज नेताओं में से एक पवार ने कहा था कि वे राकांपा प्रमुख का पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं।

Google News

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'