रिश्तों का खून: बेंगलूरु में बेटे ने सुपारी देकर करवाई बुजुर्ग बाप की हत्या!

भाड़े के कातिलों को एक-एक करोड़ रु. और फ्लैट देने का वादा

रिश्तों का खून: बेंगलूरु में बेटे ने सुपारी देकर करवाई बुजुर्ग बाप की हत्या!

आरोपी ने खुद को घटना का चश्मदीद बताया और थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु में 'रिश्तों के खून' की शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें बेटे पर ही अपने बाप की हत्या के लिए 'सुपारी' देने का आरोप है। पुलिस ने 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

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जानकारी के अनुसार, मराठाहल्ली के कावेरप्पा ब्लॉक निवासी नारायण स्वामी पर 13 फरवरी को बाइक सवार दो लोगों ने चाकू से हमला किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में नारायण स्वामी के बेटे मणिकांत को गिरफ्तार किया, जो घटना का चश्मदीद गवाह भी है।

बताया गया कि मणिकांत का अपने पिता के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था, जिसके बाद उसने हत्या का षड्यंत्र रचा। बत्तीस वर्षीय मणिकांत बेरोजगार है, लेकिन उसने पिता को मौत के घाट उतारने के लिए दो हत्यारों को एक-एक करोड़ रुपए और एक-एक फ्लैट देने की पेशकश की थी।

जानकारी के अनुसार, नारायण स्वामी के पास कथित तौर पर 28 फ्लैट थे, जिनमें से वे एक फ्लैट मणिकांत की पत्नी अर्चना को तोहफे में देना चाहते थे।

दौलत के लिए भुला दिया रिश्ता

यहां चौंकाने वाली बात यह है कि अर्चना मणिकांत की दूसरी पत्नी है। मणिकांत पर साल 2013 में अपनी पहली पत्नी की हत्या का आरोप लगा था। हालांकि वह उस मामले से बरी हो गया, जिसके बाद उसने 2020 में अर्चना से शादी की थी।

बताया गया कि हाल में मणिकांत अपनी दूसरी पत्नी के साथ भी बुरा सलूक करने लगा था। इससे व्यथित नारायण स्वामी ने तय किया कि वे बहू को एक फ्लैट दे देंगे, ताकि इससे उसके और नवजात पोती के गुजारे के लिए आय का साधन हो जाए।

वे अर्चना के नाम पर एक फ्लैट के अलावा 1.7 एकड़ जमीन और 15 लाख रुपए कराना चाहते थे। इस फैसले से मणिकांत नाराज हो गया और उसने पिता की हत्या के लिए षड्यंत्र रचा।

इसके बाद उसने भाड़े के कातिलों आदर्श टी और एनएम शिव कुमार से संपर्क किया और उन्हें 'काम' होने के बाद एक-एक करोड़ रुपए और एक-एक फ्लैट देने का वादा किया। उसने एडवांस के तौर पर एक लाख रुपए नकद दिए।

घर के बाहर हमला

इन दोनों ने 13 फरवरी को नारायण स्वामी पर उनके घर के बाहर हमला किया और फरार हो गए। मणिकांत ने खुद को घटना का चश्मदीद बताया और मामले से 'अनजान' बनते हुए मराठाहल्ली थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी।

ऐसे हुआ पर्दाफाश

पुलिस को मणिकांत के अतीत और पिता के साथ झगड़े के बारे में पता चला तो उसे संदिग्ध मानते हुए जांच की। इससे एक-एक कर परतें खुलने लगीं। आखिरकार पुलिस ने मणिकांत को गिरफ्तार कर लिया। उसने जिन बदमाशों को सुपारी दी, वे भी पकड़े गए। शहर में इस मामले की चर्चा है।

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