पेशावर: मस्जिद में आत्मघाती बम धमाका मामले में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस को विस्फोट स्थल से बॉल बेयरिंग मिले हैं
धमाके में 12-16 किलोग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था
पेशावर/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने गुरुवार को कहा कि पेशावर पुलिस लाइन इलाके में मस्जिद में आत्मघाती हमले के पीछे आतंकवादी नेटवर्क की जांच से पता चला है कि हमलावर पुलिस की वर्दी में था।
बता दें कि 30 जनवरी को पेशावर की मस्जिद में जोरदार धमाका हुआ, जहां 300 से 400 लोग - ज्यादातर पुलिस अधिकारी - नमाज के लिए एकत्रित हुए थे। आत्मघाती धमाके से मस्जिद की दीवार और एक भीतरी छत गिर गई और 101 लोगों की मौत हो गई।प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली। इसने बाद उसने खुद को इससे दूर कर लिया, लेकिन सूत्रों ने पहले संकेत दिया था कि यह समूह के कुछ स्थानीय गुट की करतूत हो सकती है।
अंसारी ने भावुक प्रेस वार्ता में जांच की स्थिति के बारे में बात करते हुए, जिसमें उन्होंने पुलिस कर्मियों को अपने बच्चों के रूप में संदर्भित किया, कहा कि पुलिस को विस्फोट स्थल से बॉल बेयरिंग मिले हैं।
अधिकारी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने पुलिस की वर्दी पहनी और मोटरसाइकिल पर पुलिस लाइन में प्रवेश किया था। पुलिस गार्ड ने उसकी जाँच नहीं की, क्योंकि उन्हें लगा कि वह 'उन्हीं में से एक' है।
उन्होंने कहा कि धमाके में 12-16 किलोग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था। धमाके और स्तंभ रहित इमारत के कारण मृतकों की तादाद ज्यादा रही। कुछ घायलों की संख्या बहुत गंभीर है, जिससे मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।