उप्र में निवेश के लिए उत्साहित दिखे बेंगलूरु के उद्यमी

उद्यमी बोले- योगी राज में बदल रहा उप्र, रोजगार की असीम संभावनाएं

उप्र में निवेश के लिए उत्साहित दिखे बेंगलूरु के उद्यमी

रोड शो इवेंट के 7वें पड़ाव बेंगलूरु में कमान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने संभाली

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश में देश के अलग-अलग शहरों में रोड शो इवेंट हो रहे हैं। इसी क्रम में कर्नाटक के निवेशकों से संपर्क साधने पहुंची टीम योगी ने सोमवार को यहां एक होटल में निवेशकों के साथ बीटूजी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) बैठकें कीं। रोड शो इवेंट के 7वें पड़ाव बेंगलूरु में कमान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने संभाली। इस दौरान निवेशकों ने बदलते भारत के ग्रोथ इंजन के तौर पर उभर रहे उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर प्रबल इच्छा जाहिर की।

बैठक में पहुंचे दिग्गज 

बीटूजी बैठकों की शुरुआत इन्फोसिस और ओला जैसी कंपनियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकों से हुई। इसके बाद फेडरेशन ऑफ कर्नाटका चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बी.वी. गोपाल रेड्डी और किसान क्राफ्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर रवींद्र अग्रवाल बीटूजी बैठक में शामिल हुए। वहीं इन्फोसिस के कॉरपोरेट अफेयर्स के हेड संतोष अनंतपुरा तथा ओला इलेक्ट्रिक के प्रबंध निदेशक मोहित सेवकरमानी और ग्रुप सीएफओ जीआर अरुण कुमार ने केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर उप्र में निवेश का प्रस्ताव दिया। 

इसके अलावा जेन्सर एयरोस्पेस एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी प्रा. लि. के एमडी एवं सीईओ अरुनाकर मिश्रा ने भी उप्र में एयरो स्पेस सेक्टर में निवेश की इच्छा जताई। दिग्गज कम्पनियों के साथ-साथ युवा उद्यमी भी पहुंचे और उत्तर प्रदेश के विभिन्न सेक्टर में कार्य करने की इच्छा जताई। 

निवेश करने की इच्छा

किसान क्राफ्ट लिमिटेड के चेयरमैन रवींद्र अग्रवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की उप्र के कृषि क्षेत्र में निवेश करने की इच्छा है। साथ ही बीज शोध पर भी कार्य करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र को लेकर लोगों की सोच को बदलने का काम किया है। हमारी कंपनी बदलते उप्र में निवेश के लिए बेहद उत्साहित है।   

सेमी कंडक्टर निर्माण का हब!

अरुबाइटो के सीएमडी गुरुराज आर इटिगी ने बताया कि उनकी कंपनी उप्र में हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट और सेमी कंडक्टर प्लांट लगाना चाहती है। योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में उप्र में बहुत से विकास कार्य, खासकर इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम हुए हैं। सेमी कंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में हमें ईको सिस्टम उपलब्ध कराने का भरोसा मिला है। उप्र में सेमी कंडक्टर निर्माण का हब बनने की पूरी क्षमता है। उप्र की विकास की इस यात्रा से न सिर्फ प्रदेश में रोजगार बढ़ेंगे, बल्कि राज्य में समृद्धि भी आएगी। 

यूनिवर्सिटी खोलने की इच्छा 

श्रीश्री रविशंकर विद्या मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन कैमेड एचजी हर्षा ने बताया कि हमारा ट्रस्ट पिछले 25 साल से देशभर में शिक्षा के प्रचार प्रसार में जुटा हुआ है। हम भारत में 100 से ज्यादा स्कूलों का संचालन कर रहे हैं। उप्र निस्संदेह विकास के युग में प्रवेश कर चुका है। ऐसा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही संभव हो सका है। श्रीश्री रविशंकर विद्या मंदिर ट्रस्ट उप्र में एक विश्वविद्यालय और सीबीएसई, आईसीएसई तथा उप्र बोर्ड के स्कूल खोलना चाहता है। 

हजारों उद्योगों को जोड़ने की तैयारी

कर्नाटक के उद्योग, ट्रेड, सर्विस और प्रोफेशनल्स की सबसे प्रतिष्ठित संस्थान फेडरेशन ऑफ कर्नाटका चेबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बी.वी. गोपाल रेड्डी ने बताया कि कर्नाटक के साढ़े तीन हजार बिजनेस समूह उनकी संस्था जुड़े हुए हैं। उप्र सरकार ने हमसे निवेश के लिए संपर्क किया है। डिप्टी सीएम ने हमें बताया कि योगी सरकार ने उप्र प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने लिए लगभग 25 नई पॉलिसी तैयार की हैं। मुझे लगता है कि उप्र में बदलते भारत का ग्रोथ इंजन बनने की पूरी क्षमता है। हम कर्नाटका चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े उद्योग समूहों से वार्तालाप करके उप्र में बड़े निवेश की जमीन तैयार करने के लिए तैयार हैं। 

रोजगार सृजन की असीम संभावनाएं

डे पेड्रो शुगर इंडस्ट्रीज प्रा. लि. की अक्षता जीएन ने बताया कि उनकी कंपनी उप्र में निवेश करने के लिए उत्साहित है। उप्र भारत का सबसे महत्वपूर्ण राज्य है, जहां रोजगार सृजन की असीम संभावनाएं हैं। हमारी कंपनी उप्र में शुगर इंडस्ट्री और सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में लगभग 850 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट करना चाहती है। मुझे लगता है कि उप्र निवेश के दृष्टिकोण से अनंत संभावनाओं वाला प्रदेश है। 

दो समूहों में हुईं बीटूजी बैठकें

बीटूजी बैठकों के लिए टीम योगी के प्रतिनिधिमंडल को दो समूहों में बांटा गया। पहले समूह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में मंत्री सूर्यप्रताप शाही, दिनेश प्रताप सिंह के अलावा मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र व सीईओ इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश और मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार केवी राजू भी शामिल थे। वहीं दूसरे समूह में आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, अरविंद कुमार (आईआईडीसी), यूपी डिफेंस कॉरिडोर के नोडल ऑफिसर रिटायर्ड एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

Google News

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
अस्पताल दिवस समारोह भी मनाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'
कांग्रेस ने कारगिल के शहीदों को दी श्रद्धांजलि- 'देश सदैव उनका ऋणी रहेगा'