बेंगलूरु का मशहूर फैशन ब्रांड पीएन राव मना रहा 100 साल का जश्न
इस अवसर पर पीशे नारायण राव की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया
एक साधारण शुरुआत से ब्रांड शहर के साथ विकसित हुआ और बेंगलूरु व चेन्नईवासियों के दिलों में खास जगह रखता है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। मशहूर फैशन ब्रांड पीएन राव अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। इस शहर में पांच और चेन्नई में दो शाखाओं के साथ, ब्रांड की समृद्ध विरासत है। इस अनूठी उपलब्धि को यादगार बनाने के लिए ब्रांड महिलाओं के बिजनेस वियर सेगमेंट में फिर से प्रवेश करने पर विचार कर रहा है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएन राव के पार्टनर्स - महेंद्र पीशे, चंद्रमोहन पीशे, नवीन पीशे और केतन पीशे ने कहा, 'पीएन राव ने भारतीय खुदरा उद्योग में बड़ा योगदान दिया और भारत में निर्मित प्रतिष्ठित ब्रांड के रूप में अपनी अनूठी प्रतिष्ठा बनाई है।'केतन पीशे ने कहा, एक साधारण शुरुआत से ब्रांड शहर के साथ विकसित हुआ और बेंगलूरु व चेन्नईवासियों के दिलों में खास जगह रखता है। सौ साल का जश्न हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है, जो ब्रांड, विजन और मिशन के बारे में बहुत कुछ बताता है। हम अपने ग्राहकों को बेहतरीन परिधान पेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने ग्राहक की पसंद को समझते हैं।
यह जानना दिलचस्प होगा कि पीएन राव ने लेडीज टेलरिंग ब्रांड के रूप में शुरुआत की थी। स्वतंत्रता के बाद, संस्थापक के सबसे बड़े बेटे पीएन पांडुरंग राव ने जेंट्स पैटर्न बनाने की कला सीखी, जिसके कारण ब्रांड पुरुषों के परिधानों में सर्वश्रेष्ठ पेशकश के लिए प्रतिबद्ध है।
महिलाओं के बिजनेस क्लोदिंग में फिर से आने के अपने इरादे के साथ, ब्रांड पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक समग्र फैशन वियर ब्रांड के रूप में विकसित होगा।
पीएन राव ने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि ब्रांड इन 100 वर्षों में फैशन के परिधानों में प्रासंगिक और अद्यतन बना रहे। कंपनी ने बताया कि आज इस घोषणा के साथ महिलाओं के वस्त्र उद्योग में गौरवशाली कौशल और सेवा का इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है।
इस विशेष अवसर पर ब्रांड ने और विस्तार और विशेषज्ञताओं की अपनी भविष्य की रणनीतियों की घोषणा की है। ब्रांड ने बेंगलूरु शहर के शीर्ष 100 व्यक्तियों/ब्रांडों/संस्थानों को भी सम्मानित किया है। साथ ही उन्होंने ब्रांड की कॉफी टेबल बुक भी लॉन्च की, जिसमें न केवल ब्रांड की यात्रा, बल्कि शहर की यात्रा भी शामिल है। इस अवसर पर पीशे नारायण राव की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया।