अभी खत्म नहीं हुई कोरोना महामारी, सतर्क रहें, सुरक्षा उपायों का पालन करें: मांडविया
चीन में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले
जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, इटली और यूनान जैसे कई देशों में कोविड से मृत्यु के मामलों में वृद्धि हुई है
नई दिल्ली/दक्षिण भारत/भाषा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है, ऐसे में टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए एवं सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहार और नए साल के मद्देनजर राज्यों को सतर्क रहकर लोगों के बीच मास्क पहनने, हाथ धोने, साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाकर रखने जैसे प्रोटोकाल के प्रति जागरूकता लाने की सलाह दी गई है।विश्व के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के बढ़ते मामलों के परिप्रेक्ष्य में संसद के दोनों सदनों में स्वत: संज्ञान लेते हुए अपने बयान में मांडविया ने कहा, ‘पिछले तीन वर्ष में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।’
उन्होंने कहा कि भारत में एक साल में इसमें सतत कमी आई है और अभी औसतन प्रतिदिन 153 नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिसकी तुलना में दुनिया में प्रतिदिन 5.87 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, इटली और यूनान जैसे कई देशों में कोविड से मृत्यु के मामलों में वृद्धि हुई है। साथ ही चीन में कोविड से संक्रमण और मृत्य के बढ़ते मामलों की खबरें भी मीडिया में आ रही हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने बताया कि केंद्र और राज्यों ने मिलकर कोविड रोधी टीके की 220.2 करोड़ खुराक लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया है और पात्रता वाली 90 प्रतिशत आबादी को दोनों टीके एवं 22.35 करोड़ आबादी को ऐहतियाती टीके लग चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 के नियमन एवं नियंत्रण के लिए हम लगातार प्रयत्न कर रहे हैं और संकल्पित हैं तथा इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।’ मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकार और पूरे समाज के साथ पूर्ण सक्रियता के साथ इसका प्रबंधन किया और इसके अच्छे परिणाम भी मिले हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यों को इस मामले में तकनीकी सहायता के साथ ही राष्ट्रीय स्वस्थ्य मिशन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना आदि के माध्यम से राज्यों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बदलते स्वरूप ने सार्वजनिक स्वास्थ्य के समक्ष जो चुनौती पैदा की, उसे लेकर सरकार हमेशा प्रयत्नशील रही है।
उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार, वैश्विक स्थिति पर नजर रख रही है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के सामने आ रहीं चुनौतियों पर सरकार लगातार कदम उठा रही है। राज्यों को भी सामुदायिक निगरानी बढ़ाने के लिए सलाह दी जा रही है।’
मंत्री ने कहा कि राज्यों को संक्रमण के सभी मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने की सलाह दी गई है, ताकि वायरस का कोई नया स्वरूप आने पर इसकी समय पर पहचान की जा सके एवं कड़े कदम उठाए जा सकें।
उन्होंने कहा, ‘हमें इस महामारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास जारी रखना होगा और लोगों को यह बताना होगा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहने की भी जरूरत है।’
मांडविया ने कहा, ‘कोविड रूपी हमारा यह दुश्मन समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है। हमें एक साथ मिलकर दृढ़संकल्प के साथ लड़ाई जारी रखनी होगी।’ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को एहतियात खुराक बढ़ाने और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत लोगों के नमूने बिना किसी क्रम के आरटी-पीसीआर जांच के लिए लेने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गयी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वायरस की पहचान, निदान, उपचार और टीकाकरण समेत सभी प्रबंधन सरकार कर रही है और आगे भी इसे चालू रखेंगे।