लोगों ने भाजपा को वोट दिया, क्योंकि यह देशहित में बड़े से बड़े, कड़े से कड़े फैसले का दम रखती है: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को मिला जनसमर्थन नए भारत की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब
'भाजपा के लिए समर्पित लाखों कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन खपा दिया'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। गुजरात विधानसभा चुनाव नतीजों में भाजपा को प्रचंड विजय मिलने के बाद गुरुवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां राष्ट्रीय राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा, मैं सबसे पहले जनता जनार्दन के सामने नतमस्तक हूं। उसका आशीर्वाद अभिभूत करने वाला है। जेपी नड्डा के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जो परिश्रम किया है, उसकी खूशबू आज हम चारों तरफ अनुभव कर रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां भाजपा प्रत्यक्ष नहीं जीती, वहां उसका वोट शेयर स्नेह का साक्षी है। मैं गुजरात, हिमाचल और दिल्ली की जनता का विनम्र भाव से आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के प्रति यह स्नेह देश के अलग—अलग राज्यों के उपचुनाव में भी दिख रहा है। उप्र के रामपुर में भाजपा को जीत हासिल हुई है। बिहार के उपचुनावों में भाजपा का प्रदर्शन आने वाले दिनों का स्पष्ट संदेश कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को मिला जनसमर्थन नए भारत की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। भाजपा को मिला जनसमर्थन भारत के युवाओं की ‘युवा सोच’ का प्रकटीकरण है। भाजपा को मिला जनसमर्थन गरीब, शोषित, वंचित, आदिवासियों के सशक्तीकरण के लिए मिला समर्थन है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने भाजपा को वोट दिया, क्योंकि भाजपा हर सुविधा को प्रत्येक गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार तक जल्द से जल्द पहुंचाना चाहती है। लोगों ने भाजपा को वोट दिया, क्योंकि भाजपा देश के हित में बड़े से बड़े और कड़े से कड़े फैसले लेने का दम रखती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात की जनता ने तो रिकॉर्ड तोड़ने में भी रिकॉर्ड कर दिया। गुजरात के इतिहास का सबसे प्रचंड जनादेश भाजपा को देकर प्रदेश के लोगों ने नया इतिहास बना दिया है। जाति, वर्ग, समुदाय और हर तरह के विभाजन से ऊपर उठकर भाजपा को वोट दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा तभी वोट देते हैं, जब उन्हें भरोसा होता है और सरकार का काम प्रत्यक्ष नजर आता है। आज युवाओं ने जब भाजपा को भारी संख्या में वोट दिया है तो इसके पीछे का संदेश बहुत स्पष्ट है कि युवाओं ने हमारे काम को जांचा, परखा और उस पर भरोसा किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के नतीजों ने सिद्ध किया है कि सामान्य मानव में विकसित भारत के लिए कितनी प्रबल आकांक्षा है। संदेश साफ है कि जब देश के सामने कोई चुनौती होती है तो देश की जनता का भरोसा भाजपा पर होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम विचार पर भी बल देते हैं और व्यवस्था को भी सबल बनाते रहते हैं। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की अथाह संगठन शक्ति पर भरोसा करके ही अपनी रणनीति बनाती है और सफल भी होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा आज जहां भी पहुंची है, ऐसे ही नहीं पहुंची है। जनसंघ के जमाने से तपस्या करते हुए परिवार के परिवार खपते रहे, तब जाकर यह दल बना है, तब जाकर हम यहां पहुंचे हैं। भाजपा के लिए समर्पित लाखों कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन खपा दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का मतदाता आज इतना जागरूक है कि वह अपना हित और अहित जानता है। देश का मतदाता जानता है कि शॉर्टकट की राजनीति का कितना बड़ा नुकसान देश को उठाना होगा। कोई संशय नहीं कि देश समृद्ध होगा तो सबकी समृद्धि तय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस जनादेश में एक और संदेश है और वो यह कि समाज के बीच दूरियां बढ़ाकर, राष्ट्र के सामने नई चुनौतियां खड़ी करके, जो राजनीतिक दल तात्कालिक लाभ लेने की फिराक में रहते हैं, उन्हें देश की जनता, देश की युवा पीढ़ी देख भी रही हैं और समझ भी रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में एससी/एसटी की करीब 40 सीटें आरक्षित हैं, जिनमें से 34 सीटें भाजपा ने जीती हैं। आज जनजातीय समाज भाजपा को अपनी आवाज मान रहा है, उनका जबरदस्त समर्थन भाजपा को मिल रहा है। इस बदलाव को पूरे देश में महसूस किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें निरंतर इन जुल्मों के बीच आगे बढ़ना है। हमें अपनी सहनशक्ति और समझशक्ति को बढ़ाना है। हमें सेवाभाव का विस्तार भी करना है और सेवाभाव से ही जीतना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई व गुजरात की जनता को मेरा विशेष रूप से नमन। मैंने गुजरात से वादा किया था कि इस बार भूपेंद्र नरेंद्र का रिकॉर्ड तोड़े, इसके लिए नरेंद्र जी-जान से मेहनत करेगा। प्रदेश की जनता ने रिकॉर्ड तोड़ने में भी रिकॉर्ड तोड़ दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने बीते आठ सालों में गरीबों को सशक्त करने के साथ-साथ आधुनिक इंफ़्रास्ट्रक्चर को विकसित करने पर भी फोकस किया है। हम राष्ट्र निर्माण का व्यापक लक्ष्य लेकर निकले हैं, इसलिए केवल पांच वर्ष के राजनीतिक नफा-नुकसान को देख हम कोई घोषणा नहीं करते।