भाजपा और मोदी की लोकप्रियता ढलान पर, उप चुनाव में मिलेगी हार : सिद्दरामैया
भाजपा और मोदी की लोकप्रियता ढलान पर, उप चुनाव में मिलेगी हार : सिद्दरामैया
शिवमोग्गा/दक्षिण भारतपूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरामैया भले ही १२ मई को हुए राज्य विधानसभा चुनाव के बाद चामुंडेश्वरी के अपने पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र से खुद जीतने में नाकाम रहे लेकिन अब उन्होंने कह दिया है कि ३ नवंबर को राज्य की तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उप चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना होगा। इसकी वजह यह है कि भाजपा की लोकप्रियता का ग्राफ सिद्दरामैया के मुताबिक लगातार नीचे की ओर गिरता जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी लोकप्रियता में गिरावट आने का दावा करते हुए कहा कि उनकी लोकप्रियता में छीजत का असर कर्नाटक के उप चुनावों में भी नजर आएगा। यहां पांचों सीटों पर भाजपा को शिकस्त मिलेगी। शुक्रवार को शिवमोग्गा लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे सिद्दरामैया ने एक चुनाव सभा से इतर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मोदी सरकार ने पूरे देश को कुशासन दिया है। इससे भाजपा को वर्ष २०१९ में प्रस्तावित संसदीय आम चुनाव में भी हार का मुंह देखना होगा। देश की वित्तीय स्थिति इन दिनों पूरी तरह से डांवाडोल है और मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार हालात पर काबू करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है। उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों को एक तरफ झुकाव रखने वाली नीति करार देते हुए कहा कि इन नीतियों की वजह से देश की आम जनता को जटिल परिस्थितियों का सामना करने को मजबूर होना प़ड रहा है।राज्य में सत्तासीन कांग्रेस-जनता दल (एस) सरकार की समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्दरामैया ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि यह पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हाल के महीनों के दौरान हुई भारी ब़ढोत्तरी पर नियंत्रण हासिल करने में नाकाम रही। वहीं, इसने देश की जनता पर कर का भारी बोझ लाद दिया। यह सरकार वर्ष २०१४ के चुनाव प्रचार के दौरान जनता से किए गए वादों के अनुसार युवा वर्ग के लिए पर्याप्त मात्रा में रोजगार के अवसर उत्पन्न करने में भी विफल रही। इसकी नाकामियों की वजह से देश में युवा बेरोजगारों की तादाद में भारी इजाफा हुआ है। सिद्दरामैया ने इस वर्ष के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा के सबसे ब़डी पार्टी के रूप में उभरने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसे राज्य की सौ से अधिक सीटों पर जीत इसलिए नहीं मिली कि यह पार्टी राज्य में लोकप्रिय है। इसके नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान जमकर झूठा प्रचार किया। इसके झूठे प्रचार के कारण कांग्रेस को राज्य की सत्ता खोनी प़डी।