बारहवीं बोर्ड का परिणाम घोषित, लड़कियों ने फिर मारी बाजी

बारहवीं बोर्ड का परिणाम घोषित, लड़कियों ने फिर मारी बाजी

चेन्नई। राज्य बारहवी बोर्ड के परिणामों की घोषणा बुधवार को कर दी गई। बारहवीं की परीक्षा देने के बाद विद्यार्थी इस परिणाम का काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री केए सेंगोट्टैयन ने बारहवीं के परिणामों की घोषणा की और सरकारी परीक्षा निदेशालय (डीजीई) ने बुधवार सुबह आधिकारिक वेबसाइट ींपीर्शीीश्रीीं.पळल.ळप पर परिणाम प्रकाशित किया। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी ल़डकियों ने ल़डकों को पीछे छो़ड दिया। ९४.१ प्रतिशत ल़डकियों और ८७.७७ प्रतिशत ल़डके इस परीक्षा में सफल हुए हैं। यह पिछले वर्ष बारहवीं की परीक्षा में सफल रहने वाले विद्यार्थियों से एक प्रतिशत कम है। फ्ष्ठ्रख्ह्भस्द्भद्म द्मष्ठ ·र्ैंर्‍ झ्यद्यह्लय्य्द्बह्र ·र्ैंर्‍ च्चय्ह्प्तह्लय्य्सेंगोट्टैयन ने परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि ६,७५४ स्कूलों में से १,९०७ स्कूलों के सभी बच्चे इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। विरुदुनगर राज्य के सभी जिलों में ९७ प्रतिशत पास प्रतिशत के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद ईरोड ९६.३७ प्रतिशत के साथ दूसरे और तिरुपुर ९६.१७ प्रतिशत के साथ तीसरे प्रतिशत पर रहा। पिछले वर्ष की तरह, शिक्षा विभाग ने राज्य स्तर पर टॉप करने वाले विद्यार्थियों के नामों की घोषणा नहीं की है। स्कूलों को पहले से ही एक परिपत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया था कि वह टॉपरों के नाम की घोषणा और नोटिस बोर्ड पर उनके नाम और तस्वीर को प्रकाशित नहीं करें। सेंगोट्टैयन ने यह भी कहा कि ऐसा करने वाले स्कूलों को कार्रवाई का सामना करना प़डेगा। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि छात्रों पर किसी प्रकार का दबाव पैदा नहीं हो।ब.्रुें ध्य्क्व ्यप्श्रय्यत्र्श्चद्भह्र द्मष्ठ ख्रर्‍ झ्द्यर्‍ूय्य्सरकारी परीक्षा निदेशालय द्वारा इस वर्ष १ मार्च से ६ अप्रैल तक बारहवीं की परीक्षाओं का आयोजन किया गया था। इस वर्ष पूरे राज्य से निजी उम्मीदवारों सहित ९.०७ लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा में शामिल हुए ८,६०,४३४ विद्यार्थी स्कूल के छात्र थे जिनमें से ४.६३ लाख ल़डकियां और ४.०३ लाख ल़डके थे। इस वर्ष दो किन्नर विद्यार्थियों ने भी परीक्षा दी थी। तमिल माध्यम से करीब ५.३२ लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। २६०२ दिव्यांग विद्यार्थी भी बारहवीं की परीक्षा में बैठे थे। सामान्य विषयों से ७,९८,६१३ विद्यार्थी और व्यावसायिक विषयों से ६१,८२१ विद्यार्थियों ने बारहवीं की परीक्षा दी थी। ्यद्मख्द्ब ·द्द त्रर्‍द्म ड·रू ध्ह्र ·र्ैंय् झ्यद्यह्लय्य्द्ब प्रय्त्र झ्श्न्यत्रप्रय्त्रचेन्नई के स्कूलों के लगभग ५,७८८ विद्यार्थियों ने १५६ केंद्रों पर बारहवीं की परीक्षा दी थी। इस वर्ष चेन्नई नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों का परिणाम शत प्रतिशत रहा। यह तीनों स्कूल कोयंबेडु,सीआईटी नगर और सुब्बारायण नगर में स्थित हैं। १,७८२ छात्रों और ३,३५७ छात्राओं के साथ कुल ५१३९ विद्यार्थी सफल हुए। ८८.७९ प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए जो कि पिछले वर्ष की तुलना में ०.०५ प्रतिशत अधिक है। चेन्नई निगम द्वारा संचालित स्कूलों के ६९ विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। कुल मिलाकर ७४ छात्रों ने १,२०० कुल में से १,१०० अंक और ३२६ छात्रों ने १००० अंकों से अधिक अंक प्राप्त किया है।ुू ज्रूद्म ·र्ैंह् ब्ह्ख्र्‍ त्रह्व·र्ैंय्ध् झ्द्यर्‍ूय्य्इस वर्ष पूझल जेल में बंद १०३ कैदियों ने भी बारहवीं की परीक्षा दी थी। स्कूली शिक्षा मंत्री के ए सेंगोट्टैयन ने बताया कि जो लोग परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए या परीक्षा नहीं दे सके वह २५ जून को शुरू होने वाली तत्काल परीक्षा में फिर से परीक्षा दे सकते हैं। मंत्री ने सभी सफल होने वाले विद्यार्थियों को सफल होने के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि जिन विद्यार्थियों को अपेक्षानुरुप अंक प्राप्त नहीं हुए हैं उन्हें निराश नहीं होना चाहिए और आगे होने वाल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मेहनत करनी चाहिए। ज्ञातव्य है कि परीक्षा मंें कम अंक प्राप्त करने के कारण विद्यार्थियों को खुदकुशी जैसे गंभीर कदम उठाने से रोकने के लिए सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर १०४ के माध्यम से विद्यार्थियों को परामर्श देेने की घोषणा की है।

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