कांग्रेस ‘गुजरात मॉडल’ पर बनाएगी कर्नाटक का घोषणा पत्र
कांग्रेस ‘गुजरात मॉडल’ पर बनाएगी कर्नाटक का घोषणा पत्र
बेंगलूरु। लोकसभा चुनाव के पूर्व भाजपा को कर्नाटक की सत्ता में आने से रोकने के लिए प्रयासरत राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव-२०१८ का घोषणा पत्र आम लोगों के सुझावों के अनुरूप बनाएगी। कांग्रेस इसे ‘जनता का घोषणा पत्र’’ बनाने की रणनीति पर काम कर रही है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देऩजर पार्टी कार्यकर्ताओं से जनता का घोषणा पत्र’’ बनाने को कहा है। इसके लिए राहुल ने राज्य कांग्रेस नेताओं से ज्यादा से ज्यादा नागरिकों से संपर्क साधने को भी कहा है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार हालिया संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने इसी तर्ज पर पार्टी का घोषणा पत्र बनाया था और गुजरात में कांग्रेस की सफलता का ग्राफ बढने के कारण राहुल गांधी गुजरात मॉडल के फॉमूले को कर्नाटक में दोहराना चाहते हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव और कर्नाटक के प्रभारी मधु गौ़डा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं से कहा है कि अगले दो से तीन महीने बाद राज्य में होने वाले चुनाव के मद्देनजर ऐसा घोषणा पत्र तैयार किया जाए जो सही मायने में लोगों की अपेक्षाओं-आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता हो। इसके लिए पार्टी समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों से उनकी राय लेगी। घोषणा पत्र बनाने के दौरान राज्य की क्षेत्रीय और भौगोलिक विविधताओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसके तहत राज्य को अलग अलग हिस्सों में बांटकर बेंगलूरु, पुराना मैसूरु क्षेत्र, उत्तर कर्नाटक, हैदराबाद-कर्नाटक और तटीय कर्नाटक के क्षेत्रीय मुद्दों को शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि राहुल गांधी के निर्देश पर वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है। इस टीम ने घोषणा पत्र तैयार करने की कवायद भी शुरू कर दी है। उम्मीद है कि चुनाव से का़फी पहले यह घोषणा पत्र तैयार कर लिया जाएगा। इसमें अलग अलग क्षेत्रों और शहरों के लोगों की राय सहित व्यापारिक, औद्योगिक, कृषि, शैक्षणिक, सरकारी एवं निजी कर्मचारी संगठन आदि की मांगों को भी शामिल किया जाएगा।