महादयी विवाद पर जनता को भ्रमित कर रही भाजपा : कुमारस्वामी
महादयी विवाद पर जनता को भ्रमित कर रही भाजपा : कुमारस्वामी
बेंगलूरु। पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महादयी नदी जल बंटवारे के विवादित मामले में राज्य की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, महादयी नदी अमित शाह या बीएस येड्डीयुरप्पा की संपत्ति नहीं है। एकमात्र प्रधानमंत्री को यह अधिकार है कि वह गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को इस विवादित मसले के हल के लिए कह सकते हैं। उन्हें इस बारे में पर्रिकर से बातचीत करनी भी चाहिए लेकिन कर्नाटक के भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए राजी नहीं कर सके हैं। अब हव इस मामले में झूठे वादे कर रहे हैं, ताकि करीब आ चुके विधानसभा चुनाव में उन्हें राज्य के मतदाताओं की सहानुभूति मिल सके। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा के एक हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान मेरे मंत्रिमंडल ने महादयी नाला परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी देकर इसके क्रियान्वयन के लिए १०० करो़ड रुपए की राशि जारी की थी। उन्होंने मौजूदा सिद्दरामैया की अगुवाई वाली राज्य की कांग्रेस सरकार से आग्रह किया कि वह भाजपा द्वारा राज्य की जनता से महादयी के मामले में किए जा रहे वादों से भ्रमित न हो। राज्य सरकार को तत्काल इस मामले में विधि विशेषज्ञों का परामर्श हासिल करना चाहिए और उनकी सलाह के अनुसार इस विवाद का निपटारा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नाटक को पहले ही महादयी नदी से ७.५६ टीएमसी फीट पानी का प्रयोग पेयजल के रूप में करने की अनुमति मिली हुई है। उन्होंने कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर अगर वाकई महादयी नदी पर विवाद के निपटारे के लिए गंभीर होते तो उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को पत्र लिखा होता, न कि कर्नाटक भाजपा के नेताओं को। इन नेताओं के पास महादयी विवाद के निपटारे के लिए कोई आधिकारिक भूमिका है ही नहीं। यहां के भाजपा नेता सिर्फ और सिर्फ महादयी नदी का आगामी विधानसभा चुनाव में भावनात्मक फायदा उठाना चाहते हैं।