पलानीसामी को विश्वासमत साबित करने के लिए कहें राज्यपाल : स्टालिन
पलानीसामी को विश्वासमत साबित करने के लिए कहें राज्यपाल : स्टालिन
चेन्नई। द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि राज्यपाल को तत्काल मुख्यमंत्री पलानीसामी को विधानसभा में विश्वासमत साबित करने के लिए कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि राज्य विधानसभा में पलानीसामी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाता है तो द्रमुक समुचित कदम उठाएगी। द्रमुक नेता ने कहा कि ईडाप्पाडी के पलानीसामी सरकार अपना बहुमत खो चुकी है और यह जनविरोधी सरकार जल्द ही गिरा दी जाएगी। अन्नाद्रमुक (अम्मा) सरकार पार्टी की महासचिव वीके शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों को बाहर करने के लिए की गई कार्रवाई के कारण अपना बहुमत खो चुकी है। चूंकि सरकार ने अपनी ही पार्टी के साथ धोखा किया है इसलिए राज्य की अपेक्षाओं को लोकतांत्रिक ढंग से पूरा करने का यह सही वक्त है। सरकार गिरने से कब्र में दफन की गई सच्चाई और राज्यकोष को पहुंचाए गए नुकसान की बंदरबांट सामने आ जाएगी।स्टालिन ने कहा कि इस विलय का ड्रामा केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा लिखा गया था। धर्मयुद्ध के नाम पर दोनों ध़डों ने सत्ता और पैसे के लिए मोल भाव किया। इस मुद्दे पर अंतिम समय में हुई चर्चा और भाजपा से निकट लोगों की संलिप्तता से इस बात का खुलासा होता है कि भगवा पार्टी इस विलय के पीछे थी और दोनों ध़डों की डोर नई दिल्ली में भाजपा के हाथों में बंधी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा यह महसूस कर चुकी है कि वह ईवीआर पेरियार की धरती तमिलनाडु में लोगों का समर्थन नहीं प्राप्त कर सकती है इसलिए यह फर्जी द्रवि़ड क्रांति का उपयोग कर पिछले दरवाजे से राज्य में प्रवेश करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ध़डों के नेता कावेरी नदी के पानी बंटवारे और राष्ट्रीय अर्हता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के मामले में राज्य के हितों के खिलाफ कार्य कर रही भाजपा के खिलाफ आवाज उठाने में विफल हुए हैं।