स्टालिन मौके का फायदा उठाने की कोशिश में : भाजपा
स्टालिन मौके का फायदा उठाने की कोशिश में : भाजपा
चेन्नई। तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की द्रमुक नेता एमके स्टालिन की घोषणा को लेकर भाजपा ने आज उन पर प्रहार करते हुए कहा कि वह स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, अन्नाद्रमुक (अम्मा) के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरण को हटाए जाने के बाद अन्नाद्रमुक के दोनों ध़डों के आपस में विलय की संभावना के मद्देनजर स्टालिन ने शुक्रवार को कहा था कि जरूरत प़डने पर द्रमुक सरकार के खिलाफ एक अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।भाजपा की प्रदेश प्रमुख तमिलसाई सुंदरराजन ने यहां संवाददाताओं से कहा, द्रमुक कार्यकारी प्रमुख स्टालिन स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जरूरत प़डने पर वह अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, इससे यह जाहिर होता है कि वह इसे लेकर आश्वस्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन पर मीडिया की नजर को ध्यान में रखते हुए यह घोषणा की गई, जो विपक्ष के नेता हैं। वहीं, इस बारे में भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि विलय के बाद अन्नाद्रमुक भाजपा नीत राजग में शामिल हो सकती है।भाजपा इस दक्षिणी राज्य में अपने लिए जगह बनाने का लक्ष्य तय कर रही है जहां से पार्टी का एकमात्र सांसद है और २३४ सदस्यीय विधानसभा में उसका कोई प्रतिनिधि नहीं है। गौरतलब है कि इस साल की शुरूआत में जेल में कैद पार्टी प्रमुख वीके शशिकला के खिलाफ अपने पूर्वाधिकारी ओ पनीरसेलवम के बगावत करने के बाद पलानीस्वामी ने विधानसभा में १८ फरवरी को विश्वासमत हासिल किया था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की २२ अगस्त से शुरु हो रही तीन दिवसीय यात्रा के बारे में सुंदरराजन ने कहा कि इसका लक्ष्य पार्टी के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। पार्टी पदाधिकारियों से बात करने के अलावा उनका लोगों से भी मिलने का कार्यक्रम है।