प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करेंगे
प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करेंगे
बेंगलूरू। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने बुधवार को कहा कि वे एक बार फिर महादयी नदी जल विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग करेंगे ताकि कलसा-बंडूरी नाला परियोजना का समाधान हो और उत्तर कनार्टक के तीन जिलों को पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो। गौरतलब है कि महादयी नदी के जल बंटवारे को लेकर गोवा और कर्नाटक में एक लंबे समय से विवाद चल रहा है।ट्रिब्यूनल के सुझाव के खिलाफ गोवा सरकार ने अदालत से बाहर इस मुद्दे के निपटारे वाली याचिका खारिज कर दी है इसलिए अब कोई विकल्प नहीं बचा है। इस मुद्दे को हल करने के लिए प्रधानमंत्री को फिर से पत्र लिखना है। गोवा के जल संसाधन मंत्री विनोद पालेकर द्वारा वार्ता के लिए इनकार करने पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वे महादयी जल विवाद ट्रिब्यूनल के परामर्श से इस मामले को सुलझाने के लिए उत्सुक थे लेकिन अब प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं बचा है। भाजपा के मंत्रियों और राज्यों के सांसदों ने दिल्ली में भी इस मुद्दे को उठाया और मोदी पर दबाव डालने के लिए हस्तक्षेप करने और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए कहा था। कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि शुरू में विनोद पालेकर ने इस कदम पर सकारात्मक जवाब दिया था लेकिन अब उन्होंने नकारात्मक जवाब दिया है, जबकि गोवा के मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।पालेकर के आरोपों का जिक्र करते हुए पाटील ने कहा कि न्यायालय के बाहर निपटारा करने का प्रयास ट्रिब्यूनल के सुझाव पर किया गया था। भारतीय संघीय ढांचे के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री को अब इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और अंतरराज्यीय मामले को हल करने में मदद करनी चाहिए।