कांग्रेस द्वारा प्रवासी मजदूरों की यात्रा का भार उठाने की घोषणा ‘नौटंकी’: सुधाकर

कांग्रेस द्वारा प्रवासी मजदूरों की यात्रा का भार उठाने की घोषणा ‘नौटंकी’: सुधाकर

बेंगलूरु/भाषा। कांग्रेस द्वारा प्रवासी मजदूरों की यात्रा का भार उठाने को ‘नौटंकी’ करार देते हुए कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने पार्टी पर कोविड-19 के मामले पर ‘राजनीति करने’ का आरोप लगाया और उनकी मानसिकता की तुलना रोमन सम्राट नीरो से की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नियमों के तहत जरूरतमंदों को पैसे देने की बजाय अपना प्रचार कर रही है।

उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘कांग्रेस को सड़कों पर घूम-घूमकर मजदूरों के लिए बसों और ट्रेनों का भाड़ा देने का प्रचार करता देख, यह स्पष्ट है कि यह एक बड़ी नौटंकी है। नियमों के तहत जरूरतमंदों को पैसे देने की बजाय, वे इस बारे में कैमरे के सामने चिल्ला-चिल्लाकर दावे कर रहे हैं।’

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आपकी और नीरो की मानसिकता में कोई फर्क नहीं है। कोरोना वायरस जैसे मामले पर भी राजनीति करना और उसका फायदा उठाना.. जब रोम जल रहा था तब नीरो भी तुच्छ चीजों में लिप्त था।

https://platform.twitter.com/widgets.js

कांग्रेस ने सोमवार को कहा था कि उसकी राज्य इकाइयां लॉकडाउन के कारण देशभर में फंसे उन प्रवासी मजदूरों का रेल का भाड़ा देंगी जो विशेष ट्रेनों से गृह निवास लौट रहे हैं।

कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम को पार्टी की ओर से एक करोड़ रुपए का चेक देने की घोषणा भी की है ताकि कामकाजी वर्ग और मजदूरों के लिए मुफ्त बसें चलाई जा सकें, जो अधिक किराया होने की वजह से यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'