बंडीपुर रिजर्व क्षेत्र में आग से कई पेड़ भस्म, वन्य जीवों को भी नुकसान की आशंका
बंडीपुर रिजर्व क्षेत्र में आग से कई पेड़ भस्म, वन्य जीवों को भी नुकसान की आशंका
आग बुझाने के लिए आए वायुसेना के वीर
चामराजनगर/दक्षिण भारत। कर्नाटक के चामराजनगर जिले में स्थित बंडीपुर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आग लगने से काफी नुकसान हो गया। यह आग शुक्रवार को लगी थी, जिसके बाद उसने काफी बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। शनिवार को इसने विकराल रूप धारण कर लिया था और कई पेड़-पौधे और वन्य जीव-जंतु आग के ग्रास बन गए। जानकारी के अनुसार, आग ने सैकड़ों हैक्टेयर इलाके में तबाही मचाई है, जिससे पर्यावरणप्रेमी चिंतित हैं।
एकसाथ इतने बड़े इलाके में आग लगने से प्रदेश सरकार के समक्ष भी बड़ी चुनौती पैदा हो गई है। बताया जा रहा है कि तेज हवा चलने से आग ज्यादा फैली और वर्षों से खड़े कई पेड़-पौधे भस्म हो गए। इस घटना की वजह से यहां पर्यटकों की आवाजाही रोक दी गई है। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए यहां से गुजरने वाला मार्ग बंद करना पड़ा।घटनास्थल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा गया कि वन्य क्षेत्र से आग की ऊंची लपटें उठ रही हैं। साथ ही आसमान धुएं से ढक गया है। यहां दमकल के कर्मचारी आग पर काबू पाने में जुटे हैं। इसके अलावा सुरक्षित दूरी पर कुछ वाहन खड़े हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर कुछ वन्य जीवों की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनके लिए दावा किया गया है कि उन्होंने बंडीपुर अग्निकांड में जान गंवाई। हालांकि इनमें से ज्यादातर तस्वीरें गलत पाई गई हैं। पूर्व में हुई किसी घटना को सोशल मीडिया पर बंडीपुर से जोड़कर प्रचारित किया जा रहा है, जो कि अनुचित है।
आग बुझाने के लिए वायुसेना भी सहयोग कर रही है। सूचना मिलने के बाद वायुसेना के दो एमआई-17, वी5 हेलीकॉप्टर भेजे गए। प्रभावित क्षेत्र में पानी बरसा कर आग को आगे बढ़ने से रोका गया। इस कार्य में स्थानीय प्रशासन वायुसेना से संपर्क में है। जरूरत पड़ने पर वायुसेना के ये जांबाज दोबारा आग बुझाने के कार्य में जुट जाएंगे।
बताया गया है कि यह आग गोपालस्वामी पहाड़ियों, कुंदकेरे और बोलगुड्डा जैसे क्षेत्रों में तेजी से फैली। अग्निशमन विमान के कर्मचारियों को आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आग बुझने के बाद ही आकलन किया जाएगा कि इससे कितनी क्षति हुई। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि इस घटना पर हम नजर बनाए हुए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर लोग घटना को लेकर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। इसे पर्यावरण के लिए बड़ा नुकसान बताया जा रहा है। ऐसी घटनाएं कई राज्यों में हो चुकी हैं। हमें अपने वनों और वन्य जीवों की रक्षा के लिए जरूरी उपाय करने होंगे।