कांग्रेस के पास मुद्दे नहीं, पुराने बंद अध्याय की कब्र खोद रहे पार्टी नेता: येड्डीयुरप्पा
कांग्रेस के पास मुद्दे नहीं, पुराने बंद अध्याय की कब्र खोद रहे पार्टी नेता: येड्डीयुरप्पा
बेंंगलूरु/दक्षिण भारत। भाजपा के कर्नाटक प्रमुख बीएस येड्डीयुरप्पा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पार्टी के शीर्ष अधिकारियों को रिश्वत के रूप में 1,800 करोड़ रुपये के भुगतान के मुद्दे पर लोकपाल जांच की मांग जनता को बरगलाने के लिए की है। इस आरोप की आयकर विभाग ने पहले ही जांच कर ली थी जिसमें यह पाया गया था कि आरोप के समर्थन में उपलब्ध करवाए गए दस्तावेज फर्जी थे। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि यह एक बंद अध्याय है, जिसे कांग्रेस इस समय जनता को भ्रमित करने के लिए उठाया है। यह लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार की नजर आ रही संभावनाओं से उपजी निराशा का संकेत है।
येड्डीयुरप्पा ने यहां जारी एक बयान में कहा, कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सभी मुद्दों की जांच, जिनमें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को करो़डों रुपए के कथित भुगतान का मुद्दा भी शामिल है, पहले ही करवाई जा चुकी है और यह पाया गया था कि आरोपों के समर्थन में पेश किए गए दस्तावेज फर्जी हैं।उन्होंने कहा कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने पाया कि दस्तावेज, हस्ताक्षर और हस्तलिखित नोट जाली थे।इन सभी अत्याचारपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण अभियानों को अंजाम देने वाले कांग्रेस नेताओं ने आगामी चुनावों में राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए मीडिया में यह कहानी रची है। उन्होंने कहा, कांग्रेस नेताओं द्वारा उठाए गए सभी मुद्दे अप्रासंगिक और झूठे हैं। यह मुद्दा एक बंद अध्याय है।वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने भाजपा के शीर्ष अधिकारियों को 1,800 करोड़ रुपए की रिश्वत देने के मामले की जांच शुक्रवार को लोकपाल से करवाने की मांग की है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आना चाहिए और इस पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए। कांग्रेस और उसके नेताओं पर मुद्दों और विचारों के मामले में दिवालिया होने का आरोप लगाते हुए, येड्डीयुरप्पा ने कहा, उनके पास सार्वजनिक रूप से चर्चा करने के लिए कोई विकास का मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और भाजपा की ब़ढती लोकप्रियता से कांग्रेस नेता निराश हैं। उन्होंने महसूस किया है कि 2019 के चुनावों में उनकी हार होने वाली है। उन्होंने लड़ाई शुरू होने से पहले ही हार मान ली।