एलयूएच की दूसरी प्रतिकृति की पहली उड़ान सफल
एलयूएच की दूसरी प्रतिकृति की पहली उड़ान सफल
बेंगलूरू। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा स्वदेशी तकनीक से निर्मित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) की दूसरी प्रतिकृति का मंगलवार को यहां सफलतापूर्वक पहला उ़डान परीक्षण किया गया। स्वदेशी उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण आयाम स्थापित करते हुए एचएएल के हल्के यूटिलिटी हेलीकॉप्टर पीटी-२ ने पहली बार अपनी सफलतम उ़डान भरी है। एचएएल ने सोमवार को यहां अपनी सुविधा पर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (पीएटी -२) की पहली उ़डान संचालित की। हेलिकॉप्टर को मुख्य टेस्ट पायलट विंग सीडीआर (सेवानिवृत्त) उन्नी के पिल्लई और टेस्ट पायलट विंग सीडीआर (सेवानिवृत्त) अनिल बी. द्वारा इसे उ़डाया गया। एचएएल द्वारा जारी एक रिलीज के मुताबिक, उ़डान की अवधि लगभग २२ मिनट थी । एचएएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक टी सुवर्णा राजू ने कहा कि स्वदेशी विमानों की ये पहली उ़डान एचएएल के ’’मेक इन इंडिया’’ अभियान में तेजी लाने की मुहिम है। प्रोटोटाइप वाली परीक्षण उ़डानों में वह ताकत लगाते हैं ताकि समय सीमा को कम करने में परिचालन मंजूरी हासिल हो सके। इससे पूर्व एलयूएच पीटी-१ ने ६ सितंबर २०१६ को उ़डान भरी थी और आगे के विस्तार की प्रक्रिया प्रगति पर है। एलयूएच पीटी-१ ने फरवरी २०१७ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एयर शो एरो इंडिया -२०१७ के दौरान अपनी उ़डान का प्रदर्शन किया था। एचएएल इस वर्ष के अंत तक हेलीकाप्टर का विन्यास पीटी-१ और पीटी-२ पर आगे की उ़डान परीक्षण करने की योजना बना रहा है। एलएयू एक सैन्य और नागरिक एचएएल द्वारा स्वदेशी तौर पर विकसित किया जा रहा एक ३-टन की क्लास की नई पी़ढी की हेलीकॉप्टर है। ग्लास कॉकपिट के साथ हेलिकॉप्टर टोयोटासेंस, निगरानी भूमिकाओं और एक हल्के परिवहन हेलीकाप्टर के रूप में तैनात किया जाएगा। हेलीकॉप्टर २२० किलोमीटर की दूरी पर उ़डान भरने में सक्षम होगा, जिसमें ६.५ किलोमीटर की सर्विस की अधिकतम सीमा और ३५० किलोमीटर की दूरी ४०० किलो पेलोड के साथ होगी।