मोदी ने सर्वाेदय के नारे को अंत्योदय के साथ जोड़कर गरीबों का कल्याण कियाः शाह
शाह ने कहा कि जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियो ने देश में इमरजेंसी डालने का काम किया, तब जयप्रकाश नारायण ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया
सिताब दियारा/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बिहार के सिताब दियारा में जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपना पूरा जीवन भूमिहीनों के लिए, गरीबों, दलितों और पिछड़ों के लिए गुजारा है। उन्होंने समाजवाद की विचारधारा और जातिविहीन समाज की रचना की कल्पना लेकर अनेक परिकल्पनाएं कीं।
शाह ने कहा कि जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियो ने देश में इमरजेंसी डालने का काम किया, तब जयप्रकाश नारायण ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया।शाह ने कहा कि 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में हजारीबाग की जेल जिसको न रोक सकी, उस जयप्रकाश को इंदिरा गांधी की यातना न रोक पाई। जब इमरजेंसी उठी तो जेपी ने पूरे विपक्ष को एक किया और देश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने का काम किया।
शाह ने कहा कि आज देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है। आठ साल से जयप्रकाश से और विनोबा के सिद्धांत से सर्वाेदय के नारे को मोदी ने अंत्योदय के साथ जोड़कर गरीबों का कल्याण करने का काम किया।