कर्नाटकः स्मृति ईरानी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर राहुल गांधी पर साधा निशाना
स्मृति ईरानी कर्नाटक में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित ‘जन स्पंदन’ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि किसने भारत की एकता को नुकसान पहुंचाया है, जिसके लिए विपक्षी दल को इस तरह का अभियान चलाने की जरूरत थी।
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए ईरानी ने उन लोगों के साथ होने के लिए भी राहुल पर कटाक्ष किया, जिन्होंने कथित तौर पर ‘भारत विरोधी’ नारे लगाए थे।ईरानी ने डोड्डाबल्लापुरा में कहा, ‘राहुल गांधी भारत को एकजुट करने के रास्ते पर हैं, लेकिन उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि भारत को तोड़ने की हिम्मत किसने की? आप उस व्यक्ति को अपनी पार्टी का सदस्य बनाते हैं, जिसने ‘भारत तेरे ...’ का नारा दिया था।’
स्मृति ईरानी कर्नाटक में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित ‘जन स्पंदन’ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
स्मृति ईरानी ने तमिलनाडु के कन्याकुमारी में राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर दुख व्यक्त किया कि लड़ाई अब भारतीय राज्य के ढांचे और विपक्ष के खिलाफ है।
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मैं पूरी गंभीरता के साथ, देशद्रोह का आरोप लगा रही हूं। मैं राहुल गांधी के इस बयान से स्तब्ध हूं कि वे भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं। आपने भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। मैं सत्ता के लिए आपकी भूख से स्तब्ध हूं।’
केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के शासन के दौरान मुंबई में एक आतंकवादी की कब्र को संगमरमर की टाइलों से सजाया गया और वह लगभग 250 लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।
स्मृति ईरानी ने यह भी आरोप लगाया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ रहा था और स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने में सफल रहा, तो कांग्रेस झूठ फैला रही थी और लोगों से इसका इस्तेमाल न करने के लिए कह रही थी।
उन्होंने प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए ‘गांधी परिवार के चाटुकारों’ की भी आलोचना की।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर स्थापित की गई प्रतिमा को ‘बर्दाश्त’ नहीं कर सकती, क्योंकि पार्टी ने इस कदम के पक्ष में कोई बयान जारी नहीं किया।