जल समाधि लेने की जिद पर अड़े ‘मिर्ची यज्ञ’ कराने वाले बाबा, कहा- संकल्प पर कायम हूं
जल समाधि लेने की जिद पर अड़े ‘मिर्ची यज्ञ’ कराने वाले बाबा, कहा- संकल्प पर कायम हूं
भोपाल/दक्षिण भारत। मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए ‘मिर्ची यज्ञ’ करने वाले बाबा वैराग्यनंद अब जल समाधि लेने की जिद पर अड़ गए हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में दिग्गी की जीत की भविष्यवाणी की थी और हारने की सूरत में जल समाधि लेने का ऐलान किया था। भोपाल से दिग्विजय की करारी के बाद बाबा की भी खूब किरकिरी हुई। कुछ दिन गायब रहने के बाद बाबा वैराग्यनंद एक बार फिर प्रकट हुए और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जल समाधि की इजाजत मांगी।
हालांकि कलेक्टर ने इसकी इजाजत नहीं दी, लेकिन बाबा का कहना है कि वे हर स्थिति में जल समाधि लेकर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने फैसले पर अडिग हैं। जिस दिन दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए थे, जल समाधि लेना तय हो गया था। बाबा ने कहा कि अपने संकल्प पर कायम हूं और प्रशासन द्वारा इजाजत न देने के बावजूद जल समाधि लूंगा।बाबा वैराग्यनंद ने बताया कि वे भोपाल के कटोरा ताल में जल समाधि लेना चाहते हैं। इसके लिए वे प्रशासन से दोबारा बात करेंगे और इस बारे में जानकारी लेंगे कि उन्हें जल समाधि की इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि अपने वचन पर दृढ़ हैं। बाबा ने यह आरोप भी लगाया कि उनके पास कम से कम एक हजार फोन कॉल आए जिनमें उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गई थीं।
बाबा वैराग्यनंद ने दिग्विजय की जीत के लिए यज्ञ में 5 क्विंटल मिर्ची की बात को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यज्ञ के बारे में झूठी बातें फैलाई जा रही हैं, क्योंकि उसमें केवल 5 किलो मिर्ची का ही उपयोग किया गया था। उन्होंने कहा कि वे असम के कामाख्या तीर्थ में थे। अब समाधि लेने के लिए भोपाल आ गए हैं।
बता दें कि कलेक्टर को लिखे पत्र में बाबा वैराग्यनंद ने समाधि का दिन 16 जून तय किया था। उन्होंने समाधि के लिए मुहूर्त (दोपहर 2.11 बजे) भी निकलवा लिया था, लेकिन प्रशासन ने जल समाधि की इजाजत देने से इनकार कर दिया। कलेक्टर ने डीआईजी भोपाल को बाबा की सुरक्षा के लिए जरूरी कार्यवाही के लिए कहा है। इस बीच बाबा वैराग्यनंद एक बार फिर जल समाधि का मन बना चुके हैं। हालांकि उन्होंने जो मुहूर्त निश्चित किया था, वह निकल चुका है।