ये कुत्ते करते हैं बाघ का शिकार, पल भर में ले सकते हैं किसी की भी जान
ये कुत्ते करते हैं बाघ का शिकार, पल भर में ले सकते हैं किसी की भी जान
क तरफ जहां कुत्ते सबसे वफादार माने जाते हैं और कुत्तों का इस्तेमाल पुलिस भी खुफिया जानकारी या तहकीकात करने में करती है। वहीं आपको हम बता रहे हैं कुछ खास नस्ल के कुत्तों के बारे में जो बाघ का शिकार करते हैं्। साथ ही कुछ ऐसे देश भी हैं जहां कुछ खूंखार कुत्ते पालने पर बैन है।द्भष्ठ ·रुžय्ष्ठ €द्भह्र क्वय्फ् ब्स्र?केन कोरसो को संपत्ति, पशुओं और परिवारों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है और आज भी कई इलाकों में ये जारी है। इतिहास को देखें तो ये नाइट वॉचमेन की भूमिका निभाते रहे हैं्।अमेरिकन केनेल क्लब के मुताबिक इन कुत्तों का कद २५ से २८ इंच होता है और जीवनकाल ९-१२ साल्। इन कुत्तों का वजन ४५-५० किलोग्राम तक होता है। इन कुत्तों को स्मार्ट, ट्रेनिंग देने के योग्य, दबंग और आत्मविश्वास से भरा हुआ बताया जाता है। केन कोरसो का इतिहास रोमन दौर से जु़डा है। इसका सिर काफी ब़डा होता है। २०वीं सदी में दक्षिणी इटली के ग्रामीण फार्म में जब जीवन में बदलाव हुआ तो कोरसो दुर्लभ होने लगे। १९%० के दशक के अंतिम दिनों में कुछ समूहों ने मिलकर इस कुत्ते की प्रजाति को बचाने का जिम्मा संभाला।झ्श्नज्य्यत्र ·र्ैंब्य्ैं त्र्र्, ·र्ैंब्य्ैं ृय् ख्ंश्च?साल १९९४ में इस प्रजाति को इटैलियन केनल क्लब ने इतालवी कुत्तों की १४वीं प्रजाति के रूप में मान्यता दे दी है। साल १९९७ में वर्ल्ड केनाइन ऑर्गेनाइजेशन ने इसे आंशिक रूप से स्वीकार किया था और दस साल बाद इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी तरह मान्यता दे दी गई। अमरीका में अमरीकन केनेल क्लब ने पहले साल २०१० में केन कोरसो को मान्यता दी थी। इस प्रजाति की शोहरत लगातार ब़ढ रही है और दुनिया के कई देशों में इसे पुलिस डॉग के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।